सबकी सहमति से दो वर्ष में विंध्यवासिनी कारिडोर को पूरा किया जाएगा- बोले धर्मार्थ कार्य मंत्री नीलकंठ तिवारी
मां विंध्यवासिनी कारिडोर की प्रगति देखने के बाद धर्मार्थ कार्य मंत्री नीलकंठ तिवारी ने कहा कि सबकी सहमति से दो वर्ष में विंध्य कारिडोर का कार्य पूरा किया जाएगा।
मीरजापुर, जेएनएन। मां विंध्यवासिनी कारिडोर की प्रगति को लेकर स्थलीय निरीक्षण करने पहुंचे प्रदेश के धर्मार्थ कार्य मंत्री नीलकंठ तिवारी ने कहा कि सबकी सहमति से दो वर्ष में विंध्य कारिडोर का कार्य पूरा किया जाएगा। साथ ही उन्होंने यह स्पष्ट किया कि सरकार किसी भी मंदिर का अधिग्रहण नहीं करेगी। जहां जो व्यवस्था चल रही है, वह यथावत जारी रहेगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा है कि मंदिरों के संचालन प्रशासनिक दखल नहीं होगा।
प्रदेश के धर्मार्थ कार्य मंत्री नीलकंठ तिवारी शुक्रवार को दोपहर करीब एक बजे अष्टभुजा डाक बंगला पहुंचे। यहां उर्जा राज्यमंत्री रमाशंकर पटेल, नगर विधायक रत्नाकर मिश्र, एमएलसी आशीष सिंह पटेल व जिलाधिकारी सुशील कुमार पटेल के साथ बैठक की। इस दौरान विंध्याचल परिक्षेत्र में कराए जाने वाले विभिन्न विकास कार्योें जैसे, परिक्रमा पथ, रोप वे, पार्किंग स्थल, सड़क चौड़ीकरण आदि की जानकारी ली गई। इसके बाद उन्होंने गेरुआ तालाब, मोतिया तालाब, सीता कुंड, अष्टभुजा रोपवे, काली खोह क्षेत्र का स्थलीय निरीक्षण किया। यहां से ङ्क्षवध्याचल मंदिर पहुंचकर दर्शन-पूजन करने के बाद उन्होंने प्रेसवार्ता की और कारिडोर मसले पर सवालों के जवाब दिए। उन्होंने कहा कि विंध्याचल में पर्यटन सुविधाओं का विस्तार, परिक्रमा पथ आदि बनाने में स्थानीय लोगों की सहमति से कार्य किया जाएगा। इससे किसी की रोजी-रोटी पर प्रभाव न पड़े इसका ध्यान रखा जा रहा है। साथ ही उन्होंने अधिग्रहण की बाबत चल रही बातों पर स्पष्ट किया कि किसी भी मंदिर का अधिग्रहण नहीं किया जाएगा। मुख्यमंत्री स्वयं इसके लिए कह चुके हैं कि मंदिरों के संचालन में प्रशासनिक दखल अनुचित है।
पिछली सरकारों ने नहीं किया काम
मंत्री नीलकंठ तिवारी ने पूर्ववर्ती सरकारों को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि मंदिरों के पास सुविधाएं बढ़ें, इसका ध्यान किसी ने नहीं दिया। योगी सरकार आने के बाद से राज्य के कई प्रसिद्ध मंदिरों के पास पर्यटन सुविधाएं विकसित की गईं। मथुरा, अयोध्या और काशी विश्वनाथ कारिडोर का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि इसी तरह विध्याचल में भी विकास होगा। यहां मल्टीस्टोरी पार्किंग के साथ ही गंगा घाटों की संख्या भी बढ़ाई जाएगी।
विंध्याचल में तीन दिन रुकें दर्शनार्थी
धर्मार्थ कार्य मंत्री ने कहा कि दूर दराज से आने वाले दर्शनार्थी एक ही दिन में वापस चले जाते हैं। हम इस दिशा में कार्य कर रहे हैं कि काशी विश्वनाथ आने वाले दर्शनार्थी कम से कम पांच दिन रुकें और विंध्याचल आने वाले दर्शनार्थी तीन दिन यहां रुक सकें। इसके लिए सुविधाएं बढ़ाने का काम किया जा रहा है। इसी क्रम में पंडा समाज से राजन पाठक आदि ने उन्हें पत्रक दिया और यह कहा कि मां के धाम में ऐसा कार्य करें कि जिससे किसी को पीड़ा न हो।