वाराणसी में गंगा नदी में पीपीपी मॉडल पर चलने को जलयान तैयार, पांच अप्रैल को खुलेगी निविदा
गाेवा से बनारस पहुंचा जलयान बनकर तैयार होने के बाद उसे गंगा में संचालित करने को लेकर पर्यटन विभाग ने टेंडर कर दिया है। निविदा पांच अप्रैल को खुलने के साथ पीपीपी माॅडल पर जलयान गंगा में चलने लगेगा।
वाराणसी, जेएनएन। गाेवा से बनारस पहुंचा जलयान बनकर तैयार होने के बाद उसे गंगा में संचालित करने को लेकर पर्यटन विभाग ने टेंडर कर दिया है। निविदा पांच अप्रैल को खुलने के साथ पीपीपी माॅडल पर जलयान गंगा में चलने लगेगा। कार्यदायी संस्था राजकीय निर्माण निगम बचे कामों को अंतिम रूप दे रहा है जिससे पर्यटन विभाग को हस्थातंरित करने में कोई परेशानी नहीं हो।
हालांकि अनौचपारिक तौर पर राजकीय निर्माण निगम ने पर्यटन विभाग को जलयान सौंप दिया है। जलयान रामनगर टर्मिनल पर बनकर तैयार है। आध्यात्मिक नगरी एवं सांस्कृतिक राजधानी काशी में पर्यटन को बढ़ावा देने तथा पर्यटकों की सुविधा के लिए कई योजनाएं प्रस्तावित है। काशी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का पर्यटन पर अधिक जोर है।
काशी की विशेषताओं को लेकर जलयान के सभी दीवारों पर अलग-अलग चित्र बनाए गए हैं जिसमें आध्यात्मिक, साहित्यिक एवं यहां के गौरव पक्ष को लेते हुए अलग-अलग स्केज बनाए गए हैं। गोवा से जलयान बनारस पहुंचने पर पर्यटन मंंत्री डा. नीलकंठ तिवारी ने स्वागत किया था। अब उसे पीपीपी माॅडल पर चलाने के लिए पर्यटन विभाग को जिम्मेदारी दी गई है। राजकीय निर्माण निगम के प्रोजेक्ट मैनेजर आरबी सिंह का कहना है कि गंगा में जलयान चलाने को लेकर पूरी तैयारी कर ली गई है।
पीपीपी मॉडल पर जलयान को संचालित करने के लिए पर्यटन विभाग दोबारा टेंडर किया है। पांच अप्रैल को निविदा खुलने के साथ जलयान का गंगा में संचालन शुरू हो जाएगा। सुरक्षा के दृष्टिगत बचे कामों को जल्द पूरा कर लिया जाएगा। कहा कि जलयान में लगे एलइडी से गंगा के घाट, मंदिर और शहर के बारे में पर्यटकों को पूरी जानकारी मिलेगी। राजकीय निर्माण निगम लाइट एंड साउंड की तर्ज पर किसी नामी हस्ती की आवाज लेना चाह रहा है। इसके लिए उच्च अधिकारियों से वार्ता चल रही है।