Move to Jagran APP

चंदौली में प्रधानमंत्री सम्मान निधि के 15 फीसद लाभार्थियों का सत्यापन, होगी रिकवरी

प्रधानमंत्री सम्मान निधि का फर्जी ढंग से लाभ लेने वाले कथित किसानों पर शिकंजा कस गया है। कृषि विभाग जिले के 15 फीसद किसानों के डाटा का सत्यापन करा रहा है। योजना का लाभ लेने वाले वास्तविक व फर्जी किसान चिह्नित किए जा रहे हैं।

By Abhishek SharmaEdited By: Published: Tue, 22 Jun 2021 07:20 AM (IST)Updated: Tue, 22 Jun 2021 07:20 AM (IST)
फर्जी योजना का लाभ लेने वाले किसानों के खाते में अब तक भेजी गई धनराशि की रिकवरी कराई जाएगी।

चंदौली, जेएनएन। प्रधानमंत्री सम्मान निधि का फर्जी ढंग से लाभ लेने वाले कथित किसानों पर शिकंजा कस गया है। कृषि विभाग जिले के 15 फीसद किसानों के डाटा का सत्यापन करा रहा है। योजना का लाभ लेने वाले वास्तविक व फर्जी किसान चिह्नित किए जा रहे हैं। फर्जी ढंग से योजना का लाभ लेने वाले किसानों के खाते में अब तक भेजी गई धनराशि की रिकवरी कराई जाएगी।

loksabha election banner

जिले में 2.02 लाख किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि का लाभ मिल रहा है। शासन को आशंका है कि कई किसान ऐसे हैं, जो फर्जी ढंग से योजना का लाभ ले रहे हैं। ऐसे में वित्तीय वर्ष 2019-20 के पांच व 2020-21 के 10 फीसद लाभार्थियों का सत्यापन कराया जा रहा है। कृषि विभाग के कर्मचारियों को लाभार्थियों का डाटा उपलब्ध कराया गया है। कर्मचारी गांवों में जाकर और अपने सूत्रों से लाभार्थियों की पड़ताल कर रहे हैं। यह पता लगाने की कोशिश की जा रही कि योजना का लाभ लेने वाला लाभार्थी वास्तविक किसान हैं अथवा फर्जी ढंग से सूची में नाम शामिल कराकर किस्त अपने खाते में मंगाई जा रही। विभागीय अधिकारियों के अनुसार दोनों वित्तीय वर्ष के 15 फीसद लाभार्थियों के सत्यापन में स्थिति स्पष्ट हो जाएगी। अपात्रों के खाते में अब तक जितनी धनराशि गई होगी, उसकी बाकायदा रिकवरी कराते हुए धनराशि शासन को लौटाई जाएगी।

खाते में भेजी जाती है दो हजार की किस्त

सरकार किसानों की मदद के लिए सम्मान निधि के रूप में दो हजार रुपये की किस्त भेजती है। साल में तीन किस्तों में छह हजार रुपये धनराशि किसानों के खाते में पहुंचती है। इसके पीछे सरकार का उद्देश्य है कि किसानों को खाद-बीज के लिए अपनी छोटी जरूरतों को पूरा करने में सहूलियत हो सके। इसके लिए उन्हें किसी के सामने हाथ न फैलाना पड़े।

बोले अधिकारी : वित्तीय वर्ष 2019-20 व 2020-21 के किसान सम्मान निधि के 15 फीसद लाभार्थियों का सत्यापन कराया जा रहा है। अपात्रों से धनराशि की रिकवरी की जाएगी। वहीं उनका नाम भी सूची से बाहर किया जाएगा। - राजीव कुमार भारती, जिला कृषि अधिकारी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.