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हरी सब्जियों ने बिगाड़ दिया रसोई का बजट, सेहत की राह में कीमतों ने लगाया अड़ंगा

सर्दी की विदायी के बाद मौसम तल्ख होते ही हरी सब्जियों के दामों में भी अच्‍छी खासी उछाल अचानक होली के बाद आ गई है।

By Abhishek SharmaEdited By: Published: Sun, 24 Mar 2019 08:37 PM (IST)Updated: Mon, 25 Mar 2019 09:10 AM (IST)
हरी सब्जियों ने बिगाड़ दिया रसोई का बजट, सेहत की राह में कीमतों ने लगाया अड़ंगा
हरी सब्जियों ने बिगाड़ दिया रसोई का बजट, सेहत की राह में कीमतों ने लगाया अड़ंगा

वाराणसी, जेएनएन। सर्दी की विदायी के बाद मौसम तल्ख होते ही हरी सब्जियों के दामों में भी अच्‍छी खासी उछाल अचानक होली के बाद आ गई है। नेनुआ, लौकी और टमाटर समेत अन्य हरी सब्जियों के दामों में भारी भरकम वृद्धि के चलते किचन का बजट अब लडख़ड़ाने लगा है। गरीब तबका हरी सब्जियों के लिए मोहताज होने की ओर है तो मध्‍यम वर्ग किसी तरह मात्रा कम कर बजट बैलेंस करने में लग गया है।

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अमूमन सर्दियों में सब्जियों के बेहतर उत्‍पादन के बाद गर्मियों में उत्‍पादन कम होने के साथ ही रेट बढ़ना आम है। मगर होली पर्व के पूर्व ही हरी सब्जियों के दामों में वृद्धि इस बार दर्ज की जाने लगी थी। आमजन ने समझा कि पर्व के चलते हरी सब्जियों के दामों में उछाल आया है। लेकिन पर्व बीत जाने के बाद भी स्थिति जस की तस बनी हुई है। गरीब तबकों के यहां हरी सब्जियों का तड़का लगना ही बंद हो गया है। यह तबका हरी सब्जियों का अब दूर होकर आलू की मेहरबानी पर जुट गया है। थाली से हरी सब्जी गायब होने की स्थिति में मध्यमवर्गीय तबका आ गया है, किचन का बजट गड़बड़ाने से मध्‍यम वर्ग अब सब्जियों की मात्रा कम करने में जुट गया है। सब्जियों के राजा आलू के चोखे से भोजन का जायका लेने का समय भी आ गया है। चंदौली में सब्जी विक्रेता मोहन, नरेंद्र, नरेश ने कहा गर्मी की दस्तक देने के चलते हरी सब्जियों के दामों में उछाल आया है।

नियमित झोला लेकर सट्टी में सब्जी खरीदने वाले संतोष लाल श्रीवास्तव, बबलू प्रसाद, सोहन कुमार, लालती देवी ने बेबाकी से कहा बजट के मुताबिक सब्जी की खरीदारी करनी पड़ रही है, जो हरी सब्जी एक किलो लेते थे, अब वह आधा किलो पाव भर लेकर ही काम चला लेना पड़ रहा है। इस समय करैला सबसे महंगा 120 रुपया प्रति किलो बिक रहा है। कुछ इसी प्रकार भिंडी 80, नेनुआ 50, मटर 40, टमाटर 30, बैगन 20, कोहड़ा 30, लौकी 30,  कटहल 50, सलजम 60 रूपया प्रति किलो बिक रहा है। आढतियों का मानना है कि हरी सब्जी के दामों में आगामी दिनों में कमी होने की उम्मीद नहीं है। कारण कि पखवारे भर बाद लगन और बरात का दौर शुरू हो जाएगा और गर्मी अपने तेवर भी दिखाने लगेगी। ऐसे में बाेडा और परवल के साथ ही नेनुआ ही एकमात्र सीजनल सब्जी होगी जिसके दाम कम होने की सूरत बनेगी।


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