सब्जियों के जायके पर फिरा 'पानी', बरसात से कीमतों में आया उछाल
लगातार हो रही बरसात और ट्रकों की कम आमद होने के कारण इन दिनों सब्जियों के दाम बढ़े हुए हैं।
सौरभ चक्रवर्ती, वाराणसी : लगातार हो रही बरसात और ट्रकों की कम आमद होने के कारण इन दिनों सब्जियों के भाव बढ़ चुके हैं। बरसात में पकौड़ी-चाट के लिए जरूरी चटनी पर सबसे ज्यादा संकट है। हरी-खट्टी-मीठी चटनी के लिए खर्च ज्यादा करने होंगे। रेट सामान्य से काफी ज्यादा हो चुका है। धनिया 250 से 300, अदरक व हरी मिर्च 100, लहसुन 125 और टमाटर 60 रुपये किलो तक जा पहुंचा है। बढ़ती महंगाई से गृहणियों के माथे पर बल है। घर का बजट संभालने की चिंता उनकों सता रही है।
थोक व फुटकर बाजारों में इन दिनों सब्जियों की कमी भी है और दाम भी ज्यादा है। आलू व प्याज के अलावा सभी सब्जियों का रेट चढ़ा हुआ है। लगातार बरसात के कारण खेतों में पानी भर जाने से सब्जियां निकालने में किसानों को परेशानी हो रही है। सब्जियां डूब भी गई है, अन्य राज्यों में पानी के कारण सब्जियां कम आ रही है। सावन के कारण राजा तालाब रोड पर एक तरफ का लेन ट्रकों के लिए बंद किया गया है, इससे ट्रकों को पास मिलने में वक्त लग रहा है।
सब्जी थोक कारोबारी श्याम सोनकर व राजेश सोनकर ने बताया कि इस मौसम में सब्जियों को लेकर दिक्कत होती है। माल आने में वक्त लगता है और सावन के कारण नॉन वेज भी लोग बंद कर देते हैं, ऐसे में सब्जियों की जरूरत ज्यादा होती है। आलू व प्याज स्टोर में रहता है लेकिन अन्य सब्जियों का भाव बढ़ता रहता है। फुटकर व्यापारी राजू व विजय के अनुसार तरकारियों की कीमतों में पांच से 15 रुपये तक उछाल है। एलपीजी का नया रेट : एलपीजी की कीमतों में वृद्धि एक अगस्त से की गई है। घरेलू एलपीजी 14.2 किलो वाला 812. 85 से बढ़कर 853.50 रुपये हो गया है। इसमें 354.34 रुपये सब्सिडी है, पांच किलो वाला 295.23 से बढ़कर 310 रुपये हुआ। सब्सिडी 125.24 रुपये है। कामर्शियल सिलेंडर 19 किलो वाला अब 1256.35 के बदले 1482.50 रुपये में मिलेगा।