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Varanasi के व्यापारियों ने प्रधानमंत्री से की व्यापार शुरू करने की मांग, विदेशी e-commerce पर फिलहाल लगे रोक

वाराणसी के व्यापारियों ने प्रधानमंत्री से की व्यापार शुरू करने की मांग और कहा कि विदेशी ई-कामर्स पर फिलहाल कुछ दिनों के लिए रोक लगाई जाए।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Sat, 18 Apr 2020 05:10 AM (IST)Updated: Sat, 18 Apr 2020 09:13 AM (IST)
Varanasi के व्यापारियों ने प्रधानमंत्री से की व्यापार शुरू करने की मांग, विदेशी e-commerce पर फिलहाल लगे रोक

वाराणसी, जेएनएन। अप्रैल से तमाम औद्योगिक इकाइयों के शुरू होने की सरकार द्वारा घोषणा होने के बाद अब व्यापारियों ने भी दुकानें खोलने की मांग की है। व्यापारियों ने यह मांग प्रधानमंत्री एवं वाणिज्य मंत्री से की है। उनका कहना है कि लॉकडाउन में खुदरा व्यापारियों का योगदान रहा है। एक योद्धा की भांति 130 करोड़ की जनता को खान-पान की आवश्यक वस्तुएं प्रदान कर अपने राष्ट्र धर्म का पालन किया है। मांग की कि विदेशी स्वामित्व वाले ई कॉमर्स को अगले कुछ माह तक किसी भी प्रकार के कारोबार की अनुमति प्रदान नहीं की जाए। स्थानीय दुकानदारों को आवश्यक सुविधा प्रदान की जाए। ताकि घरेलू व्यापार चल सके।

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महानगर उद्योग व्यापार समिति के अध्यक्ष प्रेमनाथ मिश्रा व महामंत्री अशोक जायसवाल के अनुसार घरेलु खुदरा व्यापारियों ने सुस्ती के बावजूद अपने कर्मचारियों को वेतन दिया। अब बंद व्यापार में वेतन, बिजली एवं अन्य खर्च देना मुश्किल हो गया। अगर सरकार ने ध्यान नहीं दिया तो व्यापार मरणासन्न अवस्था में पहुंच जाएगा। उपाध्यक्ष सोमनाथ विश्वकर्मा ने स्पष्ट रूप से कहा कि कोरोना संक्रमण का ज्यादा फैलाव रोकने में सिर्फ स्थानीय दुकानदार ही सक्षम हैं। कारण कि वह अपने यहां आने वाले प्रत्येक ग्राहक से पूर्ण परिचित रहता है, जबकि ई कॉमर्स वाले सदैव अनजान व्यक्ति से लेनदेन करते हैं। ऐसे में डिलीवरी ब्वॉय के कारण लोगों में संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है। मीडिया प्रभारी सुरेश तुलस्यान ने कहा कि देश में पिज्जा डिलीवरी ब्वॉय के कारण 74 लोग संक्रमित भी हो चुके हैं। व्यापारी कौशल तिवारी का कहना है कि गर्मी के सीजन के लिए एयर कंडीशनर, कूलर, फ्रीज, पंखे अन्य सामान व्यापारियों ने मंगा लिया है। अगर सिर्फ ऑनलाइन ही खरीदारी होगी तो हमारा धंधा चौपट हो जाएगा। मनीष गुप्ता ने कहा कि सरकार को इस पर ध्यान देना चाहिए।


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