Varanasi Top News : वाराणसी की प्रमुख खबरें जो पांच अक्टूबर, बुधवार को दिन भर रहीं सुर्खियों में
Top Varanasi News बनारस शहर की कई खबरों ने बुधवार यानी पांच अक्टूबर को सुर्खियां बटोरीं जानिए शाम तीन बजे तक की शहर-ए-बनारस की पांच प्रमुख और चर्चित खबरें जो दिन भर चर्चा में बनी रहीं और लोगों की नजरें भी उन खबरों पर रहीं।
वाराणसी, इंटरनेट डेस्क। बनारस शहर की कई खबरों ने बुधवार यानी पांच अक्टूबर को चर्चा बटोरी जिनमें- सरोवर- कुंडों में दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन, सिंदूर खेला के बाद विसर्जन, बारिश में भीगा रावण का कुनबा, बादलों ने गिराया पानी और पारा आदि प्रमुख खबरें रहीं। जानिए शाम तीन बजे तक की शहर-ए-बनारस की पांच प्रमुख और चर्चित खबरें।
Vijaydashami 2022 : वाराणसी में शहर के दस सरोवर- कुंडों में दुर्गा प्रतिमाओं का हो रहा विसर्जन
हाईकोर्ट के निर्देश के अनुपालन में इस वर्ष भी दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन गंगा में नहीं किया जाएगा। इसके स्थान पर कुंडों-तालाबों व अस्थायी सरोवरों में प्रतिमाओं का विसर्जन किया जा रहा है। इसके नगर में दस कुंड चिह्नित किए गए हैं। विश्व सुंदरी पुल के समीप अस्थायी सरोवरों का इस वर्ष भी निर्माण किया गया है। खिड़किया घाट विस्तारीकरण व सुंदरीकरण के कारण इस बार वहां अस्थायी सरोवर नहीं बनाया गया है। इनकी सफाई व प्रकाश व्यवस्था के लिए नगर निगम के कर्मचारी मंगलवार को पूरे दिन भर लगे रहे। तालाब-कुंडों के रास्तों में चूना आदि का भी छिड़काव किया गया। नगर आयुक्त प्रणय सिंह ने बताया कि जैतपुरा, चेतगंज की प्रतिमाएं ईश्वरगंगी पोखरा में और कैंट, लालपुर, पांडेयपुर व सारनाथ क्षेत्र की प्रतिमाओं का विसर्जन पहडिय़ा पोखरा में किया जाएगा। विश्व सुंदरी पुल के समीप अस्थायी सरोवर के अलावा चिह्नित कुंडों, तालाबों की साफ-सफाई, रोशनी समेत अन्य व्यवस्थाएं पूरी करा ली गईं हैं।
Vijaydashmi 2022 : दुर्गा पंडालों में सिंदूर खेला के बाद नम आंखों से मूर्तियां विसर्जन के लिए रवाना
शारदीय नवरात्र के अंतिम दिन देवी दुर्गा की प्रतिमाओं को विसर्जन के पूर्व बंगीय मान्यताओं के अनुरूप पूजन करने के बाद ही विसर्जन करने के लिए रवाना करने की मान्यता है। दुर्गा देवी की विजय दशमी के मौके पर सुबह सिंदूर से पूजा करने के साथ ही प्रसाद वितरण और विशेष पूजन अनुष्ठान की मान्यता है। ऐसे में बंगीय समाज की महिलाएं सिंदूर खेला की परंपरा और मान्यता का निर्वहन करने के लिए सुबह ही दुर्गा पंडालों में पहुंच गईं।
Dussehra 2022 : बरेका में 75 फीट के रावण का होगा पुतला दहन, सुबह बारिश में भीगा रावण का कुनबा
दशहरा में इस बार भारी बारिश की वजह से सुबह रावण, कुंभकर्ण और मेघनाद का पुतला बारिश में भीगने की वजह से अपने स्थान पर सीधा नहीं खड़ा हो पाने की वजह से पुतले को सीधा करने के लिए क्रेन मंगाकर नए सिरे से व्यवस्था की जा रही है। इस बार दशहरा पर बुधवार को बरेका स्थित केंद्रीय खेलकूद मैदान में रावण का 75 फीट का पुतला दहन किया जाएगा। साथ ही कुंभकर्ण 70 फीट और मेघनाद 65 फीट का होगा। कोरोना के कारण दो वर्ष तक प्रतीकात्मक लीला का आयोजन किया गया, लेकिन इस बार भव्यता दिखने लगी है। शाम 4.40 बजे से 62 कलाकार ढाई घंटे में राम वन गमन से रावण वध तक की लीला का मंचन करेंगे। शाम सात बजे आकर्षक आतिशबाजी के बीच पुतलों का दहन किया जाएगा।
इस बार दशहरा में रेलकर्मियों की मनेगी दिवाली, खाते में आया 78 दिन का बोनस, फटाफट चेक करें बैलेंस
लंबे समय से प्रतीक्षित रेलवे कर्मचारियों को बोनस आखिरकार नवरात्र के दौरान ही सरकार ने दे दिया है। सरकार की पहल के बाद 11 लाख से अधिक कर्मचारियों के खाते में रेलवे ने उनकी मेहनत का बोनस सीधा एकाउंट में डाल दिया है। वाराणसी में भी रेलवे अधिकारियों ने इस बात की पुष्टि की है कि सभी कर्मचारियों के खाते में उनका बोनस भेज दिया गया है। इस बार दीवाली के पूर्व कर्मचारियों के खाते में बोनस आने से सभी ने राहत की सांस ली है। दरअसल समय से बोनस आ जाने की वजह से दशहरा से पहले रेलकर्मियों की दिवाली मननी तय है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के हस्तक्षेप के बाद भारतीय रेलवे के 11 लाख 20 हज़ार कर्मचारियों के खाते में 78 दिन का बोनस भेज दिया गया है। इसका सीधा लाभ पूर्वोत्तर रेलवे वाराणसी मंडल के 12,128 कर्मचारियों को मिलेगा, जबकि उत्तर रेलवे वाराणसी मुख्यालय से संबद्ध 32 सौ कर्मचारी लाभान्वित होंगे।
Varanasi City Weather : सुबह से बादलों ने गिराया पानी और पारा, लगातार हो रही बरसात ने दी राहत
पूर्वांचल में कई दिनों से बादलों की आवाजाही का रुख बने रहने के बीच अब दोबारा बादलों ने झमाझम बरसात करा ही दी। रात से ही बादलों की आवाजाही होने के बाद नमी में इजाफा होने के साथ ही बारिश होना तय हो चुका था। तड़के आसमान पूरा बादलों के कब्जे में रहा तो दिन चढ़ने के साथ ही रिमझिम और फिर झमाझम बरसात शुरू हुई जो दिन चढ़ने तक अनवरत जारी रही। सुबह बारिश होने के साथ ही ठंडी हवाओं का भी असर रहा और बारिश ने पारा भी गिरा दिया। तड़के बादलों के साथ ही ठंडी हवाओं का भी जोर रहा और रह रहकर हो रही बरसात की वजह से ठंडक का अहसास भी सुबह होता रहा। माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में मौसम का रुख और बेहतर होगा। लेकिन, उसके पूर्व लौटता मानसून पर्याप्त बारिश करा सकता है। इसकी वजह से मौसम का रुख सुहावना बना रहना तय है। वहीं बारिश खत्म होने के बाद अब अंचलों में कुहासा कोहरे का रूप लेने लगेगा।