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वाराणसी में कृषि वानिकी से आएगी खुशहाली, खेतों में पौधरोपण से दिखेगी हरियाली

किसानों के घर कृषि वानिकी योजना से खुशहाली पहुंचाने की कवायद शुरू हो गई है। योजना का लाभ लेने पर खेतों में हरियाली दिखेगी। फसल उगाने के साथ ही किसान मेड़ों पर पौधारोपण करेंगे। इसके एवज में पौधों के अनुसार किसानों को चार साल तक प्रोत्साहन राशि भी दी जाएगी।

By Abhishek SharmaEdited By: Published: Mon, 12 Apr 2021 02:40 PM (IST)Updated: Mon, 12 Apr 2021 02:40 PM (IST)
वाराणसी में कृषि वानिकी से आएगी खुशहाली, खेतों में पौधरोपण से दिखेगी हरियाली
किसानों के घर कृषि वानिकी योजना से खुशहाली पहुंचाने की कवायद शुरू हो गई है।

वाराणसी, जेएनएन। आपदा की मार झेलने वाले किसानों के घर कृषि वानिकी योजना से खुशहाली पहुंचाने की कवायद शुरू हो गई है। योजना का लाभ लेने पर खेतों में हरियाली दिखेगी। फसल उगाने के साथ ही किसान मेड़ों पर पौधारोपण करेंगे। इसके एवज में पौधों के अनुसार  किसानों को चार साल तक प्रोत्साहन राशि भी दी जाएगी। योजना के तहत 50 प्रतिशत लघु व सीमांत किसानों को लाभ मिलेगा। इसमें 30 प्रतिशत महिला लाभार्थियों को राशि दी जाएगी। सब मिशन ऑन एग्रोफारेस्ट्री का लाभ मिलेगा।

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इसके लिए वन क्षेत्राधिकारी कार्यालय या प्राभागीय वनाधिकारी कार्यालय में पंजीकरण कराना होगा। किसानों को अब पौधारोपण करने पर अनुदान मिलेगा। कृषि वानिकी सब मिशन योजना का लाभ खेत की सीमा (मेड़) पर पौधारोपण करने पर मिलेगा। कृषि में जोखिम को देखते हुए केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय कृषि वानिकी नीति बनाई है। इसका उद्देश्य संगठित रूप से विकास करना है। योजना से किसान पशुपालन व खेती के साथ ही पौधारोपण कर आय बढ़ा सकेंगे। वृक्ष आच्छादित कर कार्बन उत्सर्जन कम करना है। योजना के तहत सहायता धनराशि का 16 प्रतिशत अनुसूचित जाति व आठ प्रतिशत अनुसूचित जनजाति या जनपद में जनसंख्या के अनुसार दिए जाने का प्रविधान है।

ये होंगी प्रक्रियाएं

अनुदान लेने के लिए किसान को कम से कम 50 पौधे लगाने होंगे। एक पौधे की लागत 35 रुपये आएगी। किसानों को पौधे लगाकर रखरखाव करना होगा। विभाग की टीम भौतिक सत्यापन करेगी। इसके बाद अनुदान दिया जाएगा। ब्लाकवार पांच सौ पौधे प्रति हेक्टेयर में लगाने पर 14 हजार रुपये मिलेंगे।

पौधों के प्रकार

 आंवला, अर्जुन, बबूल, बहेड़ा, बेल, बेर, दानचीनी, गम्हार, ङ्क्षगगो, अमरूद, कटहल, जामुन, कदम्ब, करौंदा, खैर, कीनू, नींबू, मालाबार, नीम, मलबरी, पापुलर, सागौन, सहजन, शीशम, सिरस, शहतूत के पौधे लगा सकते हैं। पौधारोपण करने के लिए किसानों को खुद गड्ढा खोदना होगा और उसका संरक्षण करना होगा।

बोले अधिकारी

‘सरकार किसानों की आय दोगुनी करने तथा आर्थिक विकास के लिए इस योजना की शुरुआत कर रही है। योजना के तहत मिलने वाली प्रोत्साहन राशि का लाभ सीधे किसान को मिलेगा। बिचौलियों से छुटकारा मिलेगा। पौधारोपण कर किसान सरकार से प्रोत्साहन राशि पाएंगे। भविष्य में वृक्षों का भी लाभ उठाएंगे।’  -महावीर कौजलगी, डीएफओ वाराणसी


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