वाराणसी के रामनगर में दूषित पानी पीने से डायरिया की चपेट में आए, अब अस्पताल में गंदगी से खतरा
रामनगर इलाके में सरकारी नलों से दूषित पेयजल की आपूर्ति से लगभग हर वार्ड में लोग डायरिया की चपेट में आए। अभी भी यहां 21 मरीज भर्ती हैं और उनका इलाज चल रहा है लेकिन यहां भी सरकारी दुर्व्यवस्था पीछा नहीं छोड़ रही है।
जागरण संवाददाता, वाराणसी। रामनगर इलाके में सरकारी नलों से दूषित पेयजल की आपूर्ति से लगभग हर वार्ड में लोग डायरिया की चपेट में आए। अभी भी यहां 21 मरीज भर्ती हैं और उनका इलाज चल रहा है, लेकिन यहां भी सरकारी दुर्व्यवस्था पीछा नहीं छोड़ रही है। संक्रामक वार्ड का बाहरी हिस्सा कूड़ा-कचरा और गंदगी से पटा पड़ा है। शनिवार को निरीक्षण के लिए पहुंचे एसीएम (अपर नगर मजिस्ट्रेट) प्रथम सुरेंद्र बहादुर सिंह की इस पर नजर पड़ी तो बिफर पड़े। मरीजों का हालचाल लिया और सीएमएस को सफाई व्यवस्था ठीक करने का निर्देश दिया।
रामनगर में चार दिन से डायरिया का तेजी से प्रसार हो रहा है। अब तक इससे पीड़ित लगभग सौ लोग भर्ती होकर इलाज करा चुके हैं। शनिवार को भी 10 नए मरीज भर्ती हुए है। हालांकि 11 लोगों को स्वस्थ होने पर अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। यहां पहुंचे एसीएम ने भर्ती मरीजों के स्वास्थ्य की जानकारी लेने के बाद संक्रमण वार्ड पहुंचे तो बाहर गंदगी होने पर अस्पताल के कर्मचारियों को साफ सफाई करने का निर्देश दिया। मरीज के परिजनों को पानी को उबालकर पीने, सफाई से रहने के साथ ताजा भोजन करने की सलाह दी। नगर के पुराना रामनगर, वारीगड़ही वार्ड का भी निरीक्षण एसीएम ने जायजा लिया।
उधर, संक्रामक स्थिति से सकते में आए नगर पालिका प्रशासन ने वार्डों में बने ओवरहेड टैंक में ब्लीचिंग पाउडर डाल कर पानी की सप्लाई शुरू की है। वहीं 12 स्थानों पर डोजर लगाए गए। घरों तक क्लोरीन की गोली व ओआरएस पाउडर का पैकेट पहुंचाया जा रहा रहा हैं।