Varanasi News: संत रविदास जयंती पर पीएम मोदी के आने की संभावना के बीच तैयारियां तेज, डीएम ने किया निरीक्षण
मंदिर प्रबंधन की ओर से पहले ही प्रधानमंत्री मुख्यमंत्री समेत कई विशिष्टजन को निमंत्रण भेजा जा चुका है। पीएम मोदी यहां दो बार तो सीएम योगी चार बार आ चुके हैं। मंदिर प्रबंधन अति विशिष्टजन (वीवीआइपी) के आगमन को केंद्र में रखते हुए तैयारी कर रहा है।
वाराणसी, जागरण संवाददाता: माघ पूर्णिमा पर पांच फरवरी को संत रविदास जयंती के मौके पर प्रधानमंत्री के आने की संभावनाओं के बीच जिलाधिकारी एस. राजलिंगम ने सोमवार को सीर गोवर्धनपुर में सुरक्षा-व्यवस्था समेत सभी तैयारियों का जायजा लिया। संबंधित विभागों के अधिकारियों संग मंदिर परिसर में बैठक की। परिसर के साथ ही आसपास के क्षेत्र में साफ-सफाई के साथ ही मंदिर प्रबंधन को हर तरह की मदद का भरोसा दिया।
ज्ञात हो कि मंदिर प्रबंधन की ओर से पहले ही प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री समेत कई विशिष्टजन को निमंत्रण भेजा जा चुका है। पीएम मोदी यहां दो बार तो सीएम योगी चार बार आ चुके हैं। मंदिर प्रबंधन अति विशिष्टजन (वीवीआइपी) के आगमन को केंद्र में रखते हुए तैयारी कर रहा है। इस दौरान ध्यान रखा जाएगा कि आयोजन के दौरान देश-विदेश से आए श्रद्धालुओं को पूजन-अर्चन आदि में किसी तरह की दिक्कत न हो।
मंदिर के वीआइपी हाल में बैठक के जिलाधिकारी ने जयंती से दो दिन पहले ही सभी तैयारियां पूर्ण कर लेने की हिदायत दी। साथ ही सुरक्षा की दृष्टि से सीर में अस्थाई पुलिस चौकी बनाने के साथ सफाई, बिजली-पानी, सड़क-शौचालय आदि की व्यवस्था पर चर्चा की।
जिलाधिकारी ने वीआइपी की व्यवस्था और भक्तों की संभावित जुटान को नियंत्रित करने की दिशा में योजना की भी जानकारी ली। मंदिर में श्रद्धालुओं-वीआइपी के दर्शन की व्यवस्था, लंगर हाल और पंडाल से लेकर रसोईघर व सत्संग हाल तक पैदल चलकर पूरी व्यवस्था देखी। निरीक्षण के दौरान मंदिर के मैनेजर रनवीर सिंह, जिंदर बाबा व गोविंद ने जिलाधिकारी से सड़क, सीवर, सफाई और बिजली की व्यवस्था ठीक कराने की मांग रखी।
2019 में पीएम ने रखी थी पर्यटन विकास की आधारशिला
संत रविदास जयंती के अवसर पर वर्ष 2019 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंदिर सुंदरीकरण के लिए 50 करोड़ से संत रविदास मंदिर के विकास की आधारशिला रखी थी। इस प्रोजेक्ट में सत्संग हाल बनकर तैयार हो चुका है लेकिन यहां 3.6 एकड़ में बनने वाला पार्क और सड़क का काम अभी अधूरा है। प्रोजेक्ट के तहत संत रविदास की कांस्य प्रतिमा भी लगनी है।