Varanasi News : 10 लाख ब्याज पर उधार देकर सूदखोरों ने वसूले 54 लाख, पेट्रोल पंप संचालक ने दर्ज कराया एफआइआर
सूदखोरों ने एक पेट्रोल पंप संचालक को 10 लाख रुपये ब्याज पर उधार देकर उनसे लगभग 54 लाख रुपये ऐंठ लिए। पेट्रोल पंप संचालक के हस्ताक्षर किए गए हुए स्टांप और चेक के बल पर सूदखोर उनसे अब भी 50 लाख रुपये की मांग कर रहे हैं।
जागरण संवाददाता, वाराणसी : सूदखोरों ने एक पेट्रोल पंप संचालक को 10 लाख रुपये ब्याज पर उधार देकर उनसे लगभग 54 लाख रुपये ऐंठ लिए। पेट्रोल पंप संचालक के हस्ताक्षर किए गए हुए स्टांप और चेक के बल पर सूदखोर उनसे अब भी 50 लाख रुपये की मांग कर रहे हैं। रुपये न देने पर पेट्रोल पंप को बंद करा कर उस पर अपने आदमी बैठा दिए।
पेट्रोल पंप संचालक ने सिगरा थाने में शिकायत की लेकिन सुनवाई नहीं होने पर पुलिस कमिश्नर ए. सतीश गणेश से गुहार लगाई। पुलिस कमिश्नर के निर्देश पर गंजारी गंगापुर के जयदीप सिंह, उसके साले प्रदीप सिंह व केशरीपुर निवासी प्रमोद कुमार सिंह समेत चार अज्ञात के खिलाफ सिगरा थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है। सिगरा थाने की पुलिस ने आरोपितों की तलाश शुरू कर दी है।
तुलसीपुर, महमूरगंज निवासी अमित कुमार मौर्या का पेट्रोल पंप भैरोनाथ, राजातालाब में है। अमित ने बताया कि वर्ष 2020 में उनके पिता धर्मेंद्र कुमार मौर्या गंभीर रूप से बीमार पड़े तो उन्हें पैसे की आवश्यकता हुई। उनके पेट्रोल पर जयदीप सिंह का आना-जाना था। उन्होंने जयदीप से पैसा उधार मांगा। जयदीप अपने दोस्त प्रमोद कुमार सिंह के साथ उन्हें 10 लाख रुपये उधार देने को तैयार हो गए। उसके बदले में 100 रुपये के ब्लैंक स्टांप पेपर पर दोनों ने अमित से हस्ताक्षर कराया।
कुछ महीनों बाद जब अमित ने किश्तों में 10 लाख रुपये लौटा दिए और स्टांप पेपर वापस मांगा तो उनसे जयदीप और प्रमोद ने कहा कि हम ब्याज पर पैसा उधार दिए थे। हमारा पूरा पैसा मिलेगा तभी हम स्टांप पेपर लौटाएंगे। नवंबर 2020 तक अमित ने जयदीप और प्रमोद को 14 लाख 79 हजार रुपये दे चुका था लेकिन उनका कहना था कि अभी हमारा पूरा भुगतान नहीं हुआ है।
मां के नाम की जमीन का सट्टा करा लिया
अमित ने बताया कि 14 लाख 79 हजार रुपये देने के बाद उनसे कहा गया कि ब्याज के तौर पर अभी सात लाख रुपये और देने होंगे, तभी तुम्हे तुम्हारा स्टांप पेपर मिल पाएगा। फिर, जयदीप और प्रमोद ने अमित पर दबाव बनाकर रमसीपुर कसवार स्थित उनकी मां आशा मौर्या के नाम की जमीन का सट्टा करा लिया। फिर, जयदीप, प्रमोद और प्रदीप ने हिसाब के लिए अपने घर बुलाकर बंदूक की नोक पर अमित के पांच चेक छीन लिए। इसके साथ ही दो स्टांप पेपर पर अमित से फिर हस्ताक्षर कराए।
अमित ने बताया कि अब तक वह लगभग 54 लाख रुपए दे चुके हैं, लेकिन उनका 10 लाख का उधार खत्म नहीं हो रहा है। बीती 11 जुलाई की रात आरोपित उनके घर आए। सभी लोगों ने उनके घर की महिलाओं से बदसलूकी की और कहा कि अमित से कह देना कि 31 जुलाई तक 50 लाख रुपये नहीं मिले तो उसके पेट्रोल पंप पर कब्जा कर लेंगे। अब उन लोगों ने जबरन पेट्रोल पंप बंद करा दिया है और वहां अपने आदमी बैठा कर अमित को प्रवेश ही नहीं करने देते हैं।