वाराणसी में फ्लाई ओवर की बेयरिंग पर रखा बीम फिसलकर बन गया काल
निर्माणाधीन चौकाघाट फ्लाईओवर का बीम अचानक गिर गया। इससे कई लोगों की मौत हो गई। घटना की प्राथमिक जांच में यह सामने आया है कि बीम बेयरिंग पर रखा था, जो अचानक फिसलकर गिर गया।
वाराणसी [विनोद पांडेय]। बाबा भोले की नगरी वाराणसी के इंग्लिशिया लाइन के कमलापति त्रिपाठी इंटर कालेज के पास आज निर्माणाधीन चौकाघाट फ्लाईओवर का बीम अचानक गिर गया। इससे कई लोगों की मौत हो गई। घटना की प्राथमिक जांच में यह सामने आया है कि बीम बेयरिंग पर रखा था, जो अचानक फिसलकर गिर गया।
इस फ्लाईओवर की कुल लंबाई 1710 मीटर है। इसके लिए करीब 27.14 मीटर पर कुल 63 पिलर बनाए जा रहे हैं। इसमें अधिकतर पिलर की पाइलिंग हो चुकी है। करीब 45 पिलरों का निर्माण हो चुका है। लहरतारा की ओर से स्लैबिंग के लिए पिलरों पर बीम रखा गया था। इस प्रोजेक्ट से जुड़े सेतु निगम के परियोजना प्रबंधक केआर सूदन ने बताया कि करीब दो माह पहले ही पिलर पर बीम चढ़ा दिया गया था। इस दरम्यान कई बार आंधी आई, लेकिन बीम नहीं गिरा। उन्होंने कहा कि बीम गिरने की वजह समझ में नहीं आ रही है। बताया कि बीम बेयरिंग पर रखा गया था, जैसा कि पुल निर्माण के लिए नियम है।
बेयरिंग पर बीम इसलिए रखा जाता है कि गर्मी में पुल के फैलने व सर्द मौसम में सिकुडऩे पर क्रैक न हो। आशंका जाहिर की जा रही है कि किसी कारण से बीम बेयरिंग से फिसल गया और नीचे गिर गया। स्थानीय लोगों का कहना था कि घटनास्थल पर सेतु निगम की ओर से बीम के पास कार्य हो रहा था। इसी दौरान घटना हो गई।
डायर्जन न होने से दुखी था सेतु निगम
परियोजना प्रबंधक केआर सूदन का कहना है कि जिला प्रशासन के माध्यम से कई बार ट्रैफिक डायर्जन के लिए कहा गया, लेकिन उस पर अमल नहीं हुआ। नियम के तहत पुल निर्माण के दौरान वहां ट्रैफिक पूरी तरह बंद होना चाहिए लेकिन ऐसा हुआ नहीं। वहीं ट्रैफिक विभाग का कहना है कि सेतु निगम की ओर से घोर लापरवाही की जा रही थी। मलबा आदि नहीं हटाने से ट्रैफिक संचालन में बाधा हो रही थी। कमिश्नर ने भी मलबा हटाने के लिए कहा था लेकिन सुना नहीं गया।