वाराणसी जिला पंचायत सदस्य चुनाव परिणाम 2021 : भाजपा के गढ़ में सपा ने किया बड़ी जीत का दावा
पंचायत चुनाव की मतगणना सोमवार को भी जारी रही। हालांकि देर रात तक जिला पंचायत सदस्य की 40 सीटों पर विजयी प्रत्याशियों की घोषणा नहीं की जा सकी। चुनाव आयोग की ओर से मंगलवार दोपहर तक स्थिति स्पष्ट होने की उम्मीद जताई गई है।
वाराणसी, जेएनएन। पंचायत चुनाव की मतगणना सोमवार को भी जारी रही। हालांकि, देर रात तक जिला पंचायत सदस्य की 40 सीटों पर विजयी प्रत्याशियों की घोषणा नहीं की जा सकी। चुनाव आयोग की ओर से मंगलवार दोपहर तक स्थिति स्पष्ट होने की उम्मीद जताई गई लेकिन संगठन स्तर पर खुशी व बधाई का दौर शुरू हो गया है। इस बीच भाजपा के गढ़ वाराणसी में सपा ने बड़ी जीत का दावा किया। साथ ही देर शाम 15 विजयी प्रत्याशियों की सूची भी जारी कर दी। साथ ही पार्टी के प्रति श्रद्धा रखने वाले चार सदस्यों के नाम भी जारी कर दिए। कांग्रेस ने भी पांच सीटों पर जीत मिलने की दावेदारी की जबकि भाजपा अपने पूर्व के बयान पर कायम है। पदाधिकारियों ने 20 से अधिक सीटों पर जीत मिलने का विश्वास जताया। हालांकि, किस पार्टी की झोली में कितनी सीटें गिरी हैं इसका पता चलने में अभी वक्त है।
फिलहाल, आठ सीटों पर भाजपा की जीत पक्की मानी जा रही है। इसके अलावा करीब 15 सीटों पर भी जीत की दावेदारी की जा रही है। सुभासपा ने भी दो सीटों पर जीत की दावेदारी करने में संकोच नहीं किया है। इसमें चिरईगांव सेक्टर दो से वंदना भारती व चोलापुर सेक्टर तीन पर बबिता सोनकर का नाम भी शामिल करते हुए जीत का दावा किया है। गौरतलब यह है कि चोलापुर ब्लाक के सेक्टर तीन से सपा ने सुशील सोनकर की जीत का दावा किया है। कांग्रेस की जिला इकाई की ओर से सेवापुरी सेक्टर एक से स्वाति सिंह, बड़ागांव सेक्टर तीन से सुशील सिंह, बड़ागांव सेक्टर पांच से शरद सिंह भीम, पिंडरा सेक्टर तीन से सविता देवी व पिंडरा सेक्टर चार से कंचन यादव की जीत का दावा करते हुए पार्टी का अधिकृत प्रत्याशी बताया है। कांग्रेस के जिलाध्यक्ष राजेश्वर सिंह पटेल ने दो से तीन निर्दल प्रत्याशियों को भी कांग्रेस में शामिल होने का दावा किया है।
सपा ने काशी विद्यापीठ ब्लाक के सेक्टर चार से सरिता यादव, आराजी लाइन ब्लाक के सेक्टर दो से चंदा यादव, आराजी लाइन ब्लाक के सेक्टर पांच से रेनू यादव, आराजी लाइन ब्लाक के सेक्टर छह ललित यादव, सेवापुरी ब्लाक के सेक्टर चार से दर्शन यादव, हरहुआ ब्लाक के सेक्टर एक से पद्मा सिंह, हरहुआ ब्लाक के सेक्टर दो से शंभू यादव, हरहुआ ब्लाक के सेक्टर तीन से मूलचंद यादव, चिरईगांव ब्लाक के सेक्टर एक से राधिका यादव, चिरईगांव ब्लाक के सेक्टर चार से रामधारी यादव, चोलापुर ब्लाक के सेक्टर तीन से सुशील सोनकर, पिंडरा ब्लाक के सेक्टर एक से बबिता सोनकर व बड़ागांव ब्लाक के सेक्टर नंबर चार से शैलेंद्र यादव की जीत का दवा किया गया है। वहीं, भाजपा खेमे में चोलापुर सेक्टर 2 से अन्जनी नंदन पांडेय, चोलापुर सेक्टर चार से राजेश सिंह, चोलापुर सेक्टर पांच से सरोजा देवी, पिंडरा सेक्टर छह से अरुण सिंह, पिंडरा सेक्टर दो से गौतम सिंह, सेवापुरी सेक्टर दो से इंदू सिंह व काशी विद्यापीठ ब्लाक के सेक्टर एक से सरिजा प्रजापति की जीत को पक्की मान रहा है।
सुजीत बेलवा के जीतने के साथ बदला बड़ागांव ब्लाक का समीकरण
पंचायत चुनाव जीतने के लिए लोग घर-घर संपर्क करने के साथ हांथ-पांव पड़ते रहे। अपने पक्ष में मतदान कराने के लिए प्रत्याशी संबंधों का भी वास्ता दिए, फिर भी कई प्रत्याशी हार गए और कुछ सफल हुए। बड़ागांव ब्लाक का एक व्यक्ति मीरजापुर जेल में बंद होने के बाद भी क्षेत्र पंचायत का चुनाव जीत गया। उसका मकसद क्षेत्र पंचायत सदस्य नहीं होना, बल्कि बड़ागांव ब्लाक की कुर्सी पर कब्जा करना। जेल बंद में रहते हुए उसने नामांकन करने के साथ बीडीसी का चुनाव जीत लिया, ऐसे में बड़ागांव ब्लाक प्रमुखी का चुनाव जनपद का सबसे चर्चित होगा। उसी के साथ ब्लाक प्रमुखी का समीकरण बदल गया। क्योंकि बड़ागांव ब्लाक प्रमुखी की कुर्सी पर कब्जा करने के लिए कई लोग निगाहे लगाए बैठे हैं। वे भी बीडीसी का चुनाव जीत चुके हैं।
सुजीत बेलवा पर कई आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। उसी गतिविधियों को देखते हुए जिला प्रशासन ने बनारस जिला कारगार से उसे मीरजापुर जेल भेज दिया। मीरजापुर जेल में बंद होने के साथ उसने ग्रामसभा निंदनपुर से क्षेत्र पंचाचयत सदस्य संख्या 15 से नामांकन किया और जीत गया। उसे कुल 1051 वोट मिले जबकि उसके निकटतम प्रतिद्वंद्वी प्रेम कुमार को 296। सुजीत बेलवा के जीतने के साथ बड़ागांव ब्लाक प्रमुखी को लेकर सरगर्मी तेज हो गई है। क्षेत्रीय लोगों में इस बात को लेकर चर्चा है कि ब्लाक प्रमुखी क्या रंग लाएगी। क्योंकि यहां से पूर्व ब्लाक पुष्पा सिंह साईपुर से 655 मत पाकर विजयी हुई हैं। उनकी नजदीकी प्रतिद्वंदी सीमा सिंह 263 मत पाकर दूसरे स्थान पर रही। वहीं, दीपक सिंह भी ब्लाक प्रमुखी की दौड़ में है। प्रमुखी के दबंग दावेदारों को लेकर अन्य क्षेत्र पंचायत सदस्य डरे-डरे हैं। उन्हें समझ नहीं आ रहा है प्रमुखी में किसको वोट दें। क्योंकि एक को वोट नहीं देने पर दूसरा नाराज हो जाएगा। वे दोनों काे नाराज नहीं करना चाह रहे हैं।