वाराणसी शहर को अक्टूबर में मिलेगी जाम से मुक्ति, रिंग रोड फेज-दो का काम चल रहा तेजी से
रिंग रोड फेज-दो को अक्टूबर तक हरहाल में पूरा करना है। 93 फीसद तक काम पूरा हो चुका है लेकिन कुछ स्थानों पर तकनीकी काम बाकी है। बारिश होने से कुछ काम प्रभावित है। ऐसे में जैसे-जहां काम दिखाई पड़ रहा है वैसे तेजी से कराया जा रहा है।
वाराणसी, जागरण संवाददाता। रिंग रोड फेज-दो का काम तेजी से चल रहा है। राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) को अक्टूबर तक हरहाल में काम पूरा करने को कहा गया है। करीब 93 फीसद काम पूरा हो चुका है। इसमें सड़क, डिवाइडर, सर्विस रोड, यात्रियों के बैठने के लिए विश्राम स्थल तथा जगह-जगह पौधे लगाने का काम तेजी से चल रहा है। वहीं, वरुणा नदी पर पुल का भी काम तेजी पर है। प्रयागराज हाइवे स्थित राजातालाब से बाबतपुर रोड कोइराजपुर तक सड़क बनने के साथ शहरवासियों को जाम से मुक्ति मिल जाएगी। बड़े वाहन शहर के अंदर प्रवेश नहीं करेंगे। और न ही वाहनों का तेज आवाज लोगों को सुनाई देगा। रात में उनकी नींद हराम होगी। शहर की सड़कें भी खराब नहीं होगी।
शहर को जाम से मुक्ति दिलाने के लिए रिंग रोड फेज-दो का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। कोइराजपुर से राजातालाब तक 17 किलोमीटर फोरलेन बनाने का काम तेजी से चल रहा है। उसमें करीब 16 किलोमीटर सड़क काम पूरा हो चुका है। इस काम को पूरा करने के लिए एनएचएआइ को अक्टूबर तक समय दिया गया है। इसी रफ्तार से काम चलता रहा तो समय से पूरा हो जाएगा। कपसेठी-बाबतपुर मार्ग स्थित कालिकाधाम के पास पुल जर्जर होने से बड़े वाहनों का आवागमन बंद हो गया है। कोई विकल्प नहीं होने के चलते सैकड़ों ओवरलोड बड़े वाहन शहर के अंदर से गुजरते हैं। रात में शहर के अंदर ओवरलोड ट्रकें धमा-चौकड़ी मचाती है। इसको लेकर कई बार लोग आपत्ति जता चुके हैं लेकिन जिला प्रशासन और पुलिस अपनी विवशता बताते हुए शहरवासियों को समझाते हैं।
इन स्थानों पर लगता है वाहनों का रेला
प्रयागराज और चंदौली मार्ग की तरफ से आने वालों को बनारस के अंदर, जौनपुर, आजमगढ़ और गाजीपुर जाने के लिए नो इंट्री खुलने का इंतजार करना पड़ता है। इसके अलावा बाबतपुर, सारनाथ और मोहसराय से पहले बड़े वाहनों का रेला लगा रहता है। इस दौरान बेतरतीब वाहनों के खड़े होने पर कई किलोमीटर तक लंबा जाम लगता है। जाम के चलते अक्सर दुर्घटनाएं भी होती है। कई लोगों की जान तक जा चुकी है। स्थानीय पुलिस को जाम छुड़ाने में काफी मशक्कत करनी पड़ती है।
शहर की सड़कें नहीं होगी खराब
वाहनों की क्षमता को देखकर सड़कें बनाई जाती है। ओवरलोड और बड़े वाहन के लिए हाइवे की सड़क होती है। ओवरलोड ट्रकों के चलते शहर की सड़कें खराब हो रही है। पीडब्ल्यूडी मंडलायुक्त और जिलाधिकारी सामने इस बात को कई बार रख चुका है। हर बार प्रशासनिक अधिकारी उन्हेंं भरोसा दिलाते हैं लेकिन होता कुछ नहीं है।
बनारस-चंदौली के बीच गंगा में बन रहा पीलर
रिंग रोड-थ्री फेज का काम संदहा (चिरईगांव ब्लाक) से गंगा नदी तक करीब नौ किलोमीटर सड़क के साथ सर्विस रोड का काम करीब 70 फीसद पूरा हो चुका है। गंगा में पीलर बनाने का काम तेजी से चल रहा है। हालांकि एक लेन पीलर का काम गंगा में हो पाया है। दूसरे लेन का काम अभी शुरू नहीं हो सका है। सिर्फ गंगा के किनारे पीलर बन सका है। बारिश होने के साथ गंगा में पानी बढ़ते ही काम बंद हो जाएगा। उधर, चंदौली जिले में दो आरओबी के अलावा सड़क बनाने का काम तेजी से चल रहा है। इसी रफ्तार से काम चलता रहा तो मार्च, 2022 तक काम पूरा हो जाएगा।
यह है परियोजना
हरहुआ से राजातालाब की दूरी-17 किलोमीटर
कार्य पूरा करने की अवधि-अक्टूबर-2021
कार्य प्रारंभ की तिथि-वर्ष 2019
कार्यदायी संस्था-एनएचएआइ
कुल लागत-450 करोड़
रिंग रोड फेज-दो को अक्टूबर तक पूरा करना है
रिंग रोड फेज-दो को अक्टूबर तक हरहाल में पूरा करना है। 93 फीसद तक काम पूरा हो चुका है लेकिन कुछ स्थानों पर तकनीकी काम बाकी है। बारिश होने से कुछ काम प्रभावित है। ऐसे में जैसे-जहां काम दिखाई पड़ रहा है वैसे तेजी से कराया जा रहा है। शासन की मंशा है कि अक्टूबर में इस मार्ग को आमजन के लिए खोल दिया जाए।
-आरएस यादव, परियोजना निदेशक-एनएचएआइ