Varanasi City Weather Update: कोहरे की ओट से गलन ने की चोट, तापमान ने भी लगाया गोता
पारे में लगातार गिरावट के साथ ही गलन का भी खूब असर हो रहा है। वातावरण में घुलने वाली गलन एक ओर जहां दुश्वारी दे रही है वहीं दूसरी और सुबह शाम और रात को गलन का स्तर लोगों को खूब कंपा रहा है।
वाराणसी, जेएनएन। मौसम का रुख दोबारा बदलने के बाद से ही पारे में लगातार गिरावट के साथ ही गलन का भी खूब असर हो रहा है। वातावरण में घुलने वाली गलन एक ओर जहां दुश्वारी दे रही है वहीं दूसरी और सुबह शाम और रात को गलन का स्तर लोगों को खूब कंपा रहा है। मौसम विज्ञानियों के अनुसार मौसम का रुख आगे भी इसी तरह का बना रहेगा।
पहाड़ों से आने वाली बर्फीली हवाओं से समूचा पूर्वांचल कांप रहा है। गुरुवार की सुबह आसमान में कोहरा रहा और लोग बर्फीली हवाओं से कांपते रहे। ठिठुरन दिन चढ़ने के साथ कम होती गई लेकिन सुबह तीन बजे के बाद जो स्थिति थी उसके मुकाबले कोई राहत मिलती नहीं नजर आई। कोहरा दिन चढ़ने के साथ कम होता गया लेकिन धुंध का असर सुबह आठ बजे के बाद भी बना रहा। सुबह अंचलों में कोहरा इतना घना था कि वाहन फॉग लाइट में सड़क के निशान खोजते नजर आए।
बीते चौबीस घंटों में अधिकतम तापमान 19.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से तीन डिग्री कम रहा। न्यूनतम पारा 6.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से दो िडिग्री कम रहा। आर्द्रता अधिकतम 81 फीसद और न्यूनतम 71 फीसद दर्ज की गई।
ओस की बूंदें स्पष्ट तौर पर खुली वस्तुओं और सतहों पर सुबह नजर आईं। इस बीच सर्द हवा भी चार किलोमीटर की रफ्तार से बहती रही, जिससे ठंड के साथ ठिठुरन और सिहरन बढ़ गई। मौसम विज्ञानियों का मानना है कि आज का तापमान अपने न्यूनतम स्तर को छू रहा है, अब इससे ज्यादा ठंड काशी में नहीं पड़ेगी। लेकिन ठंड का स्तर इससे कम भी नहीं होगा। अधिकतम और न्यूनतम तापमान इस सप्ताह के अंत तक ऐसे ही बना रहेगा।