Varanasi City Weather Update : शीतलहर की शुरूआत, कोहरे के कारण विजिबिलिटी पचास मीटर
गणतंत्र दिवस के मौके पर मंगलवार की सुबह अंधेरे से ही आसमान से मानो कोहरा पानी की बूंद बनकर टपकता नजर आया। सुबह कोहरा इतना घना था कि वाहन फॉग लाइट में भी रेंगते नजर आए। इस सीजन का वाराणसी और आसपास सबसे घना कोहरा दर्ज किया गया।
वाराणसी, जेएनएन। गणतंत्र दिवस के मौके पर मंगलवार की सुबह अंधेरे से ही आसमान से मानो कोहरा पानी की बूंद बनकर टपकता नजर आ रहा है। सुबह कोहरा इतना घना था कि वाहन फॉग लाइट में भी रेंगते नजर आए। इस सीजन का वाराणसी और आसपास सबसे घना कोहरा दर्ज किया गया। मौसम विज्ञानियों के अनुसार फरवरी के दूसरे सप्ताह से मौसम का रुख बदलेगा और हवाएं बसंती हो जाएंगी और धूप गुनगुना अहसास कराएगी।
मौसम ने सोमवार के बाद मंगलवार को भी अपने असल ताकत का परिचय करा दिया। बनारस में सोमवार को पूरे दिन सूर्य की किरण धरती पर न तो पड़ी और न ही नजर आई। सुबह से ही घने बादलों के साथ भयंकर कोहरा छाया है। सुबह-सुबह ओस की बूदें हिमालयी की सर्द बारिश का अहसास करा रही है। बनारस में कोल्ड वेव की शुरूआत हो गई। सोमवार को अधिकतम तापमान 19.6 डिग्री से तीन डिग्री कम होकर 16.6 डिग्री सेल्सियस पर गया, जबकि न्यूनतम तापमान 11.2 डिग्री सेल्सियस से करीब ढाई डिग्री कम होकर 8.6 डिग्री सेल्सियस पर आ गया। मंगलवार तक पारा और नीचे है। हवाओं की रफ्तार तेजी से चल रही है। सोमवार तक यह 11 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बही, जो कि मंगलवार तक और तेज हो सकती है। इस दौरान अलसुबह घने कोहरे के कारण विजिबिलिटी पचास मीटर और दोपहर में पांच सौ मीटर तक है। जबकि घने बादलों ने सूर्य के रथ को रोक दिया और थर-थर कंपाने वाली ठंड ने जैसे घर से बाहर निकलते ही सांसे रोक दी हो।
बीएचयू के मौसम विज्ञानी प्रो. मनोज श्रीवास्तव के अनुसार अगले तीन दिन तक ठंड की सबसे ज्यादा मार पडऩे वाली है। पारा अब तीन दिन तक गिरता ही जाएगा, वहीं कोहरा भी काफी घना रहेगा। पश्चिमी विक्षोभ हिमालय की बर्फीली हवाओं को लगातार बनारस समेत पूरे पूर्वांचल और बिहार तक प्रसारित कर रही है। इससे बादल भी हल्का-फुल्का बना रहेगा। 28 जनवरी के बाद ही मौसम में बदलाव आने के संकेत हैं।
पालतू पशुओं का रखे ध्यान
बीएचयू में डी एस टी- महामना जलवायु परिवर्तन केंद्र के समन्वयक और ग्रामीण कृषि मौसम सेवा के नोडल अधिकारी प्रो. आर के मल्ल व तकनीकी अधिकारी शिव मंगल ङ्क्षसह ने बताया अगले तीन दिनों तक न्यूनतम और अधिकतम तापमान में धीरे-धीरे गिरावट होने की संभावना है, जिसके फलस्वरूप आने वाले दिनों मे शीतलहर और गलन बढऩे की संभावना है। इसके बाद कोहरे से कुछ राहत मिलने की संभावना है। ऐसे मौसम में किसान भाई मुर्गीघर व पशुशाला को गरम रखने के लिए विद्युत बल्ब जलाए। सूखे व हरे चारे के साथ जरूरत के अनुसार खनिज लवण भी पशुओं को खिलाएं । मुर्गियों को संतुलित आहार खिलाएं और मुर्गीघर मे साफ-सफाई का ध्यान रखें।