Varanasi City Weather Forecast : आज से बारिश के आसार, उमस भरी गर्मी से मिलेगी राहत
लगातार कई दिनों से उमस भरी गर्मी की मार झेल रहे लोगों को अब फिर सुहाने मौसम का आनंद वाराणसी और आसपास के लोगों को मिल सकता है।
वाराणसी, जेएनएन। लगातार कई दिनों से उमस भरी गर्मी की मार झेल रहे लोगों को अब फिर सुहाने मौसम का आनंद मिल सकता है। मानसून की द्रोणिका फिर से दक्षिण की ओर से ऊपर उठते हुए उत्तर की ओर आ रही है। इससे संभावना है कि एक-दो दिन में ठीक-ठाक बारिश होगी। वैसे शनिवार को भी जिले के कुछ हिस्से में बरसात हुई, जिससे अधिकतम तापमान में कुछ गिरावट हुई है। प्रसिद्ध मौसम विज्ञानी प्रो. एसएन पांडेय ने बताया कि मानसून की द्रोणिका फिर से सक्रिय हो गई है। इसके कारण पूर्वांचल में दो-तीन बारिश होने के आसार बढ़ गए हैं।
कुछ दिनों से उमसभरी गर्मी लोगों को सताने लगी
पिछले दिनों बारिश हुई तो मौसम काफी हद तक सुहाना रहा लेकिन इधर कुछ दिनों से उमसभरी गर्मी लोगों को सताने लगी है। हालांकि अन्य दिनों की अपेक्षा तापमान में अधिक बढ़ोतरी नहीं हुई जिससे लोगों को अन्य दिनों की भांति गर्मी ने परेशान नहीं किया। सुबह तेज धूप के साथ उमसभरी गर्मी फिर परेशान करने लगी। दोपहर होते-होते गर्मी का असर और बढ़ गया। बीच-बीच में बादलों की आवाजाही भी हुई लेकिन कोई खास राहत नहीं मिली। धूप-छांव के बीच उमस ने और परेशान किया। दिन भर लोगों का पसीना निकलता रहा। एक तरफ कोरोना का भय और दूसरी तरफ उमसभरी गर्मी का सितम लोगों को परेशान कर रखा है। इसके बाद भी लोग लापरवाही बरत रहे हैं। भीड़ से बचने के लिए कुछ ही लोग हैं जो सतर्कता के साथ शारीरिक दूरी के बीच मास्क लगाकर ही घर से बाहर निकल रहे हैं, क्योंकि उस भीड़ में किसी को भी कोरोना निकला तो कई लोग इसकी चपेट में आ सकते हैं। वहीं उमसभरी गर्मी के चलते घर से बाहर न निकलने वाले लोग भी चिपचिपाहट से परेशान हैं।
घाघरा के जलस्तर में उतार-चढ़ाव ने बढ़ाई चिंता
आजमगढ़ के देवारांचल में बहने वाली घाघरा नदी के जलस्तर में उतार-चढ़ाव ने तटवर्ती इलाके के लोगों की ङ्क्षचता बढ़ा दी है। मुख्य माप स्थल बदरहुआ में 24 घंटे में तीन सेंटीमीटर की कमी हुई तो डिघिया नाले के पास दो सेमी की वृद्धि रिकार्ड की गई। नदी किनारे स्थित आबादी व खेत की जमीन धीरे-धीरे काट रही है, जिससे ग्रामीणों में भय बना हुआ है। मुरारी के पुरवा में जगधर, रामचंदर, रामनाथ की तीन रिहायशी मंडई घाघरा के मुहाने पर है, जिससे परिवार के लोग भयभीत हैं।