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दिल घबराए और नींद न आये तो आयुर्वेद अपनाएं, जल्‍द मिलेगी समस्‍या से निजात

कुछ लोगों को रात में नींद नहीं आती है कुछ को रात को नींद खुल जाए तो दोबारा सोने में मुश्किल होती है तथा कुछ लोगो को न चाहते हुए भी सुबह बहुत जल्दी नींद खुल जाती है।

By Abhishek SharmaEdited By: Published: Sun, 28 Apr 2019 04:56 PM (IST)Updated: Mon, 29 Apr 2019 07:05 AM (IST)
दिल घबराए और नींद न आये तो आयुर्वेद अपनाएं, जल्‍द मिलेगी समस्‍या से निजात

वाराणसी [वंदना सिंह]। कुछ लोगों को रात में नींद नहीं आती है, कुछ को रात को नींद खुल जाए तो दोबारा सोने में मुश्किल होती है तथा कुछ लोगो को न चाहते हुए भी सुबह बहुत जल्दी नींद खुल जाती है। अगर ये समस्‍या लगातार कुछ दिनों, हफ्तों या लंबे समय तक बनी रहती है तो अनिद्रा के शिकार हो सकते हैं। किसी भी व्यक्ति के लिए हर चीज संतुलित अवस्था में लेना बहुत फायदेमंद हैं, जिसमें खासकर है नींद। अच्छे स्वस्थ शरीर के लिए पर्याप्त नींद लेना अति आवश्यक हैं। नींद ना आना आजकल एक आम समस्‍या बन चुकी है। अच्‍छी नींद लाने के लिए लोग नींद की गोलियों का सहारा लेने लगते हैं। लेकिन क्‍या आप जानते हैं कि नींद की गोलियों का हमारे शरीर पर कितना बुरा असर पड़ता है। ऐसे में क्या इलाज करना चाहिए जिससे नींद भी आ जाए और कोई बुरा प्रभाव भी ना पड़े। इसका एक ही जवाब है -आयुर्वेद। जानते हैं चौकाघाट स्थित राजकीय स्नातकोत्तर आयुर्वेद महाविद्यालय एवं चिकित्सालय, वाराणसी के कायचिकित्सा एवं पंचकर्म विभाग के वैद्य डा. अजय कुमार से इसके इलाज के बारे में-

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आयुर्वेद में जीवन के तीन स्तंभ बताये गए है आहार, निद्रा और ब्रम्हचर्य। इनमें से किसी भी एक के बिना जीवन चल नहीं सकता है। इनमें से भी निद्रा का विशेष महत्व है। भागदौड़ और तनाव भरी दिनचर्या से नींद न आने की समस्या आम है। आधुनिक जीवनशैली के दबाव के कारण करोडों लोग अनिद्रा से ग्रस्त हैं। इसी कारण से सभी लोग तमाम बीमारियों से परेशान हैं। 

अच्छी निद्रा लाने के उपाय

नींद न आने का प्रमुख कारण अत्यधिक मानसिक तनाव है। इसके अलावा अनियमित दिनचर्या, शारीरिक व्यायाम व मेहनत की कमी, ज्यादा शराब सेवन करने से भी नींद नहीं आती है। उम्र बढ़ने के साथ साथ निद्रा की समस्या और बढ़ने लगती है। कई बार नींद न आने की समस्या इतनी गंभीर हो जाती है कि यह हमारी मानसिक सेहत को प्रभावित कर देती है। आयुर्वेद के अनुसार वात और पित्त बढ़ जाने से अनिद्रा होती है। निम्न उपयो के माध्यम से निद्रा की समस्या को दूर कर सकते हैं-

1. अच्छी नींद के लिए सोने से पहले हाथ-पैर साफ करें और तलवों की मालिश करें। 

2. योग, अनुलोम-विलोम प्राणायाम करने से भी काफी लाभ होता है। 

3. सोने का समय तय करें, इससे शरीर के सोने और उठने का चक्र संतुलित हो जाता है।

4. सोने का कमरा स्वच्छ रखें। सोने के कमरे को शांत व अंधकारमय रखिए। इससे मन शांत रहेगा और नींद आसानी से आयेगी।

5.  नियमित व्यायाम की आदत डालें, इससे नींद अच्छी आती है।

6. लेट नाइट पार्टियों व टीवी देखने से बचे। दिन में सोने से बचें, ताकि रात में नींद की निरंतरता बनी रहे। 

7. सोते समय सकारात्मक विचार रखे। किसी प्रकार की चिंता नही करे।

8. अगर नींद न आ रही हो तो बिस्तर पर न जाएं। सोने के कमरे का प्रयोग सिर्फ निद्रा के लिए करें। बिस्तर पर पड़े-पड़े नींद का इंतजार न करें।

आयुर्वेदिक औषधियां

1. अश्वगंधा का चूर्ण दूध के साथ ले।

2. सर्पगंधा का चूर्ण रात को सोने से पहले 1 गिलास पानी के साथ लें।

3. ब्राम्ही, शंखपुष्पी आदि औषधियों का नियमित सेवन करे।

4. शिरोधारा और शिरोबस्ति पंचकर्म से इसमे अभूतपूर्व लाभ मिलता है।


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