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UP board : वाराणसी में 15 हजार छात्रों ने अब तक नहीं जमा किया परीक्षा शुल्क, अंतिम बढ़ाने की मांग

यूपी बोर्ड के दसवी व बारहवीं की परीक्षा के लिए शुल्क जमा करने की अंतिम तिथि सात सितंबर को ही बीत गई। वहीं वाराणसी में करीब 15 हजार छात्र बोर्ड परीक्षा शुल्क नहीं जमा कर सके हैं।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Tue, 08 Sep 2020 11:28 PM (IST)Updated: Tue, 08 Sep 2020 11:28 PM (IST)
UP board : वाराणसी में 15 हजार छात्रों ने अब तक नहीं जमा किया परीक्षा शुल्क, अंतिम बढ़ाने की मांग
UP board : वाराणसी में 15 हजार छात्रों ने अब तक नहीं जमा किया परीक्षा शुल्क, अंतिम बढ़ाने की मांग

वाराणसी, जेएनएन। यूपी बोर्ड के दसवी व बारहवीं की परीक्षा के लिए शुल्क जमा करने की अंतिम तिथि सात सितंबर को ही बीत गई। वहीं जनपद में करीब 15 हजार छात्र बोर्ड परीक्षा शुल्क नहीं जमा कर सके हैं। हालांकि 100 रुपये विलंब शुल्क विद्यालयों के प्रधानाचार्य छात्रों का परीक्षा शुल्क 14 सितंबर तक जमा कर सकते हैं।

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प्रधानाचार्यों का कहना है कि कोविड-19 के चलते सभी विद्यालय 18 मार्च से ही बंद चल रहे हैं। ऐसे में छात्र बोर्ड परीक्षा जमा करने में भी रूचि नहीं ले रहे हैं। जबकि बच्चों के अभिभावकों से भी लगातार संपर्क किया जा रहा है। वहीं वित्तविहीन विद्यालयों की स्थिति ज्यादा खराब है। अभिभावक शुल्क जमा करने में असमर्थता जता रहे हैं। परीक्षा फार्म व शुल्क न जमा करने के कारण छात्रों का एक वर्ष बर्बाद होना तय है। कोरोना महामारी को देखते हुए प्रधानाचार्यों ने बोर्ड से परीक्षा शुल्क जमा करने की तिथि बढ़ाने का अनुरोध किया है। बहरहाल इस मुद्दे पर उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष व निवर्तमान एमएलसी चेतनारायण सिंह ने मंगलवार को डिप्टी सीएम व शिक्षा मंत्री डा. दिनेश शर्मा से टेलीफोन पर वार्ता की। प्रदेश अध्यक्ष ने बताया कि कोरोना महामारी को देखते हुए डिप्टी सीएम ने परीक्षा शुल्क जमा करने की अंतिम तिथि 20 सितंबर तक बढ़ाने के लिए सहमति दे दी है। उन्होंने दावा किया की शिक्षामंत्री ने इस संबंध में माध्यमिक शिक्षा परिषद के सचिव को आदेश भी दे दिए हैं। उन्होंने दो दिनों के भीतर आदेश जारी होने की संभावना जताई है।

22 विद्यालयों की फंसी मान्यता

आवेदनों के त्रुटि के चलते 22 विद्यालयों की मान्यता फिलहाल फंस गई है। इन विद्यालयों ने यूपी बोर्ड से हाईस्कूल की मान्यता नवंबर 2019 में ही आवेदन किया था। वहीं आवेदनपत्रों की जांच में मामूली त्रुटि पाई गई है। इसे देखते हुए इन विद्यालयों को त्रुटियों को दूर कराने के लिए यूपी बोर्ड ने दो दिनों का मौका दे दिया है। बोर्ड ने इंटर स्तर पर की मान्यता के लिए आवेदन करने वालों विद्यालयों को हरी झंडी फरवरी में ही दे दी थी। बोर्ड की संस्तुति पर शासन ने गत दिनों इंटर की मान्यता की सूची जारी कर की। इसमें वाराणसी परिक्षेत्र के 83 विद्यालय भी शामिल थे। हालांकि ज्यादातर विद्यालयों ने नए विषयों की मान्यता के लिए आवेदन किया था। वहीं हाईस्कूल में वाराणसी परिक्षेत्र के 15 जिलों ने सभी नवीन विद्यालय है। जानकारी के अभाव में करीब 22 विद्यालयों ने अग्निशमन की एनओसी, भूमि भवन का माप सहित अन्य विवरण भरने में त्रुटि कर दी है। वहीं मान्यता आवेदनों की जांच डीआइओएस कार्यालय ने सरसरी तौर पर करके बोर्ड को भेज दी। क्षेत्रीय बोर्ड कार्यालय केे अपर सचिव सतीश सिंह ने बताया कि मामूली चूक को देखते हुए डीआइओएस के माध्यम से इन विद्यालयों को सुधार के लिए दो दिन का मौका दे दिया गया है।


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