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मऊ में घोसी रेलवे स्‍टेशन की निर्माणाधीन छत गिरी, मलबे में दो श्रमिक दबे Mau news

छत गिरने के बाद इसके नीचे कार्य कर रहे श्रमिक विशाल निवासी सुल्तानपुर एवं रामबचन निषाद निवासी पकड़ी बुजुर्ग मलबे में दब गए।

By Abhishek SharmaEdited By: Published: Thu, 18 Jul 2019 03:57 PM (IST)Updated: Thu, 18 Jul 2019 10:08 PM (IST)
मऊ में घोसी रेलवे स्‍टेशन की निर्माणाधीन छत गिरी, मलबे में दो श्रमिक दबे Mau news
मऊ में घोसी रेलवे स्‍टेशन की निर्माणाधीन छत गिरी, मलबे में दो श्रमिक दबे Mau news

मऊ, जेएनएन।  इंदारा-दोहरीघाट रेल मार्ग के अमान परिवर्तन के क्रम में स्थानीय नगर में निर्माणाधीन रेलवे भवन के बरामदे के एक दर्जन पिलर एवं बारजा गुरुवार की दोपहर बाद लगभग तीन बजे अचानक जमींदोज हो गए। इस घटना मेंं खाना खाकर हाथ धोने जा रहे श्रमिक 20 वर्षीय विशाल निवासी सुल्तानपुर एवं पकड़ी बुजुर्ग निवासी रामबचन मल्लाह मलबे में दबकर गंभीर रूप से घायल हो गए।
 गत केंद्र सरकार के रेल राज्यमंत्री रहे मनोज सिन्हा ने इंदारा-दोहरीघाट मार्ग के अमान परिवर्तन का शिलान्यास किया था। बजट स्वीकृत होने के साथ ही निर्माण कार्य प्रारंभ हुआ। इन दिनों रेलवे स्टेशन पर कई भवन निर्मित हो रहे हैं। गुरूवार की सुबह से ही श्रमिक मुख्य भवन के बरामदे की छत एवं बारजा का सांचा खोल रहे थे। दोपहर लगभग ढाई बजे तक कार्य करने के बाद श्रमिक भोजन करने लगे। पकड़ी बुजुर्ग निवासी रामबचन एवं सुल्तानपुर निवासी विशाल ने अन्य से पहले खाना खा लिया और दोनों एक ही साथ हाथ धोने जा रहे थे। बारजे के नीचे से श्रमिक गुजर ही रहे थे कि अचानक पिलर एवं बारजा भरभरा कर उनके ऊपर गिर पड़ा। मौजूद श्रमिकों ने मलबा हटाकर दोनों को बाहर निकाला। उधर हादसा होते ही सुपरवाइजर एवं अन्य कर्मचारी भाग निकले। मौके पर पहुंचे नागरिकों ने दोनों एंबुलेंस से स्थानीय सामुदायिक केंद्र पहुंचाया। स्थिति गंभीर होने के चलते दोनों को जिला चिकित्सालय भेजा गया। विशाल को बाद में वाराणसी भेजा गया है जबकि सदर अस्पताल में रामबचन का उपचार चल रहा है। बहरहाल संयोग अच्छा रहा कि हादसा सांचा खोले जाने के दौरान नहीं हुआ।
 
निर्माणाधीन रेलवे भवन के अचानक गिरने से दो स्थानीय श्रमिकों के गंभीर रूप से घायल होने की घटना ने नागरिकों को आक्रोशित कर दिया। मौके पर पहुंचे सपा नेता खुर्शीद खान, समाजसेवी मुहम्मद आकिब सिद्दीकी, एहतेशाम, आसिफ खान, न्याज अख्तर, नेहाल, बाबू खान, सलमान सन्नी एवं शहाब आदि ने दुर्घटना के बाद मदद की बजाय ठेकेदार के कर्मचारियों के भाग जाने को अमानवीय बताया। इन्होंने आरसीसी की बजाय ईंट की पिलर बनाए जाने और पिलर पर बीम न ढाले जाने को दुर्घटना की वजह बताया। नागरिकों ने मानक के अनुसार बालू-सीमेंट का मिश्रण न होने पर भी सवाल उठाया। नागरिकों ने निर्माण में प्रयुक्त सामग्री एवं टेंडर की शर्त के अनुसार निर्माण न होने के मामले की जांच की मांग की है।
 

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घोसी रेलवे स्टेशन परिसर में निर्माणाधीन भवन का बारजा गुरुवार को अचानक निर्माण के दौरान गिर गया। हादसे के बाद मौके पर पहुंचे रेलवे व जिला प्रशासन ने मलबे में दबे दोनों श्रमिकों को निकाला और अस्‍पताल भेजा। छत गिरने की जानकारी के बाद मौके पर विभागीय कर्मचारी भी पहुंचे और घायलों को बाहर निकाला।


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