चाचा ने ही गोली मारकर किशोरी को उतारा था मौत के घाट, मां व चाची ने शव को बोरे में किया था बंद
किशोरी को उसके चाचा अरुण कुमार ने सोते समय लाइसेंसी रिवाल्वर से गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया था।
गाजीपुर, जेएनएन। कदियापुर गांव निवासी प्रिया यादव हत्याकांड का जंगीपुर पुलिस टीम ने घटना के छह दिन बार रविवार को खुलासा कर दिया। किशोरी को उसके चाचा अरुण कुमार ने सोते समय लाइसेंसी रिवाल्वर से गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया था। जबकि उसकी मां व चाची ने उसके शव को बोरे में बंद किया व हत्यारोपित चाचा व बाबा ने वाहन से शव को ठिकाने लगाया। फिलहाल पुलिस टीम ने अरोपित मां को भुवापुर से धर-दबोचा, वहीं तीन आरोपितों की तलाश शुरू कर दी है। प्रिया का शव रेवतीपुर थाना क्षेत्र के रामपुर उर्फ साधोपुर गांव स्थित गंगा के किनारे बोरे में बंद मिला था।
जंगीपुर थानाध्यक्ष जयचंद भारती ने बताया कि किशोरी गांव के ही किसी युवक से फोन पर बात करती थी। परिवार के सदस्य ऐसा करने से उसे मना करते थे। इसके बाद भी वह नहीं मानी, जिससे क्रोधित होकर बीते चार जनवरी को कमरे में सो रही प्रिया यादव के पास उसकी मां, बाबा, चाचा व चाची पहुंची व उसके चाचा अरुण यादव ने लाइसेंसी रिवाल्वर से गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया। पुलिस से बचने के लिए रात में ही सभी आरोपितों ने शव को बोरे में बंदकर रामपुर उर्फ साधोपुर गांव वाहन से पहुंचे व गंगा में फेंक कर फरार हो गए थे। शव की शिनाख्त होने के बाद पुलिस टीम उसके घर पहुंची व छानबीन में जुट गई, जहां उसने खोखा के साथ हत्या में प्रयुक्त रिवाल्वर भी बरामद कर लिया। मुखबिर की सूचना पर भुवापुर गांव के पास से हत्यारोपित मां रजनी देवी को पुलिस टीम ने धर-दबोचा। अन्य आरोपितों की तलाश भी तेज कर दी गई है।