नौकरी के नाम पर ठगी करने वालों को गिरफ्तार करने के लिए वाराणसी में कमिश्नरेट पुलिस की दो टीमें गठित
सेना रेलवे सिंचाई विभाग समेत विभिन्न सरकारी विभागों में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले अंतर्राज्यीय गिरोह बनारस में भी सक्रिय है। कई लोगों को अपना निशाना बना चुके हैं। परेशान और ठगी के शिकार हुए अभ्यर्थी सामने आए तो कुछ डर के मारे नहीं आ रहे हैं।
जागरण संवाददाता, वाराणसी : नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह को पकडऩे के लिए सिगरा पुलिस भी सक्रिय हो गई है। पुलिस आयुक्त ए सतीश गणेश के निर्देश पर सिगरा थाना प्रभारी ने दो टीमें गठित की है। एक टीम खुद के नेतृत्व में बनाई और दूसरी टीम रोडवेज पुलिस चौकी प्रभारी के। सिगरा थाने में दर्ज मुकदमे की विवेचना रोडवेज चौकी प्रभारी अनंत कुमार मिश्र कर रहे हैं। रेलवे समेत अन्य विभागों में नौकरी दिलाने वाले जालसाज रेलवे स्टेशन और आसपास क्षेत्रों में सक्रिय है। पिछले दिनों एसटीएफ और सिगरा पुलिस ने विद्यापीठ स्थित भारत माता मंदिर क्षेत्र से सरगना समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया था।
सेना, रेलवे, सिंचाई विभाग समेत विभिन्न सरकारी विभागों में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले अंतर्राज्यीय गिरोह बनारस में भी सक्रिय है। बनारस में कई लोगों को अपना निशाना बना चुके हैं। कुछ परेशान और ठगी के शिकार हुए अभ्यर्थी सामने आए तो कुछ डर के मारे नहीं आ रहे हैं। उन्हें डर कहीं मैं भी फंस नहीं जाऊं। गत रविवार को एसटीएफ और सिगरा पुलिस ने तीन जालसाजों को गिरफ्तार करने के साथ जेल भेज दिया। तीनों आरोपितों के पास सेना से संबंधित पेपर, फर्जी आइडी और एक लाख रुपये आदि सामान मिले हैं। सेना के खुफिया विभाग की सूचना पर यूपी एसटीएफ और सिगरा पुलिस कई दिनों से लगी थी। इनके नेटवर्क वाराणसी और आसपास के जनपदों के साथ-साथ हैदराबाद, नई दिल्ली, कोलकता, भुवनेश्वर, लखनऊ आदि स्थानों पर है। सिगरा थाना प्रभारी धनजंय पांडेय ने बताया कि नौकरी के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह बनारस में भी सक्रिय है। पकड़े गए आरोपितों ने कई लोगों का नाम बताया है। उनकी सूचना पर दबिश दी जा रही है। दोनों टीम अलग-अलग काम कर रही है। जल्द ही कई आरोपित पुलिस की गिरफ्त में होंगे।