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गाजीपुर में त्रिभुवन सिंह हत्या कांड के दो और 25-25 हजार इनामिया आरोपित गिरफ्तार

सैदपुर पुलिस व स्वाट टीम ने गुरुवार को त्रिभुवन सिंह की हत्या में फरार चल रहे 25-25 हजार के दो इनामिया अपराधियों को धर दबोचा। वारदात को अंजाम देने के बाद सभी फरार हो गए थे। पुलिस ने करमवीर व आनंद समेत कुल चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया था।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Thu, 29 Oct 2020 06:55 PM (IST)Updated: Thu, 29 Oct 2020 07:00 PM (IST)
गाजीपुर में त्रिभुवन सिंह हत्या कांड के दो और 25-25 हजार इनामिया आरोपित गिरफ्तार
गाजीपुर में 25-25 हजार रुपये के इनामिया बदमाशों को मीडिया के समक्ष पेश करती पुलिस।

गाजीपुर, जेएनएन। सैदपुर पुलिस व स्वाट टीम ने गुरुवार को त्रिभुवन सिंह की हत्या में फरार चल रहे 25-25 हजार के दो इनामिया अपराधियों को धर दबोचा। उनके पास से अवैध असलहे व हत्या के बाद फरार होने में प्रयुक्त कार भी बरामद कर ली गई। बीते 14 अक्टूबर की रात करीब 10 बजे देवचंदपुर निवासी त्रिभुवन सिंह को उसी गांव के गैंगस्टर करमवीर सिंह व आनंद सिंह ने अपने 12 साथियों के साथ पेट्रोल पंप पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर हत्या कर दी थी। वारदात को अंजाम देने के बाद सभी फरार हो गए थे।

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इस मामले में पुलिस ने करमवीर व आनंद समेत कुल चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया था। फरार करमवीर के रिश्तेदार गौरव सिंह उर्फ सन्नी निवासी भिलिहिली थाना तरवां आजमगढ़ व सादात के मंगारी निवासी देवेंद्र प्रताप सिंह उर्फ चंदन पर 25-25 हजार का इनाम घोषित कर उनकी तलाश की जा रही थी। गुरुवार को उसी मामले में कोतवाल रवींद्र भूषण मौर्य के साथ स्वाट टीम प्रभारी श्यामजी यादव व करंडा के रामपुर मांझा चौकी इंचार्ज रामाश्रय उन्हें पकडऩे की रणनीति बना रहे थे। तभी उन्हें सूचना मिली कि दोनों इनामी बदमाश धुआर्जुन पुलिया के पास से कहीं फरार होने की फिराक में हैं। इसके बाद भारी पुलिस बल के साथ छापेमारी कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। तलाशी में उनके पास से प्रतिबंधित नाइन एमएम की पिस्टल व दो जिंदा कारतूस समेत घटना में प्रयुक्त आई-20 कार बरामद हुई। इसके बाद उन्हें थाने लाकर जेल भेज दिया गया। टीम में कोतवाल, स्वाट टीम प्रभारी व रामपुर मांझा चौकी इंचार्ज के अलावा अतिरिक्त निरीक्षक विश्वनाथ यादव, एसआई नागेश्वर तिवारी, जितेंद्र कुमार, हेड कांस्टेबल श्यामलाल सिंह, कां. आयुष कुमार, राजेंद्र शर्मा, रमन कश्यप, भाईलाल, राणाप्रताप, आशुतोष सिंह, रोहित सिंह व विनय यादव रहे। कोतवाल रवींद्र भूषण मौर्य ने बताया कि घटना में दो नामजद थे। जांच में 12 अन्य के नाम प्रकाश में आए और उनमें से कुल छह बदमाशों की गिरफ्तारी हो चुकी है। जल्द ही अन्य लोगों को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।


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