जीरो बैलेंस पर पोस्ट ऑफिस में खाता खुलवा सकेंगे क्षय रोगी, निक्षय पोषण योजना में टीबी रोगी को प्रतिमाह मिलते हैं 500 रुपये
अब क्षय रोगी इंडियन पोस्टल बैंक में भी अपने खाते खुलवा सकते है जो कि जीरो बैलेन्स पर खुलेंगे। ग्रामीण और शहरी क्षय रोगी अपना खाता खुलवा सकते हैं।
वाराणसी, जेएनएन। पुनरीक्षित राष्ट्रीय क्षय रोग नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत क्षय (टीबी) रोगियों को निक्षय पोषण योजना के तहत इलाज के दौरान 500 रुपये प्रतिमाह दिए जाते हैं। यह राशि डीबीटी (सीधे लाभार्थी को हस्तांतरित) के माध्यम से दी जाती है। इसके लिए उनका बैंक में खाता होना जरूरी है। जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ॰ राकेश कुमार सिंह ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र के मरीजों के लिए बैंक में खाता खुलवाना मुश्किल हो रहा था, जिस कारण उनको भुगतान भी नही हो पा रहा था, ऐसे में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की तरफ से पहल की गई है कि अब क्षय रोगी इंडियन पोस्टल बैंक में भी अपने खाते खुलवा सकते है, जो कि जीरो बैलेन्स पर खुलेंगे। डॉ॰ आरके सिंह ने बताया कि इंडियन पोस्टल बैंक एवं बैंक ऑफ बड़ौदा से बात हो चुकी है और वह ज़ीरो बैलेन्स अकाउंट खोलने के लिया तैयार हो चुके हैं जहां ग्रामीण और शहरी क्षय रोगी अपना खाता खुलवा सकते हैं। वर्तमान में जनपद में करीब पांच हजार से अधिक क्षय रोगी हैं जिसमें से 40 फीसदी ऐसे मरीज हैं जिनके खाते नहीं हैं।
करीब 50.72 लाख रुपये का भुगतान डीबीटी से
मरीजों की लिस्ट और पोस्ट ऑफिस की लिस्ट ब्लॉक पर भेजी जा चुकी है। अब जिनके खाते नही हैं उनके खाते पोस्ट ऑफिस में खोले जाएंगे। डॉ॰ आरके सिंह ने बताया मरीजों का इलाज़ चल रहा है।
पोस्ट ऑफिस में खाता धारकों को कई सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं
- जीरो बैलेंस खाता की सुविधा, जिसमें न्यूनतम बैलेन्स रखने की अनिवार्यता नहीं है।
- किसी भी लाभार्थी का खाता पोस्ट ऑफिस या बैंक में व मरीज की गंभीर स्थिति में उसके घर पर ही खाता खुलवाने की सुविधा।
- लाभार्थियों को आधार कार्ड लाना जरूरी है जिससे उनकी केवाईसी तुरंत की जा सके।
- लाभार्थी को घर पर ही खाता खुलवाने, धनराशि जमा, निकालने व स्थानांतरण की सुविधा।
- खाता खुलवाते समय टीबी के मरीजों को टीबी पहचान पत्र लाना/रखना भी आवश्यक है।