वाराणसी में बोले ऊर्जा राज्य मंत्री, बारिश नहीं होने से जल रहे ट्रांसफार्मर, बिजली आपूर्ति प्रभावित Varanasi news
शहर में 24 एवं ग्रामीण क्षेत्रों में 18 घंटे बिजली मुहैया कराने का दावा विफल हो रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में तो ट्रांसफार्मर जलने के बाद कई सप्ताह तक नहीं बदले जा रहे हैं।
वाराणसी, जेएनएन। शहर में 24 एवं ग्रामीण क्षेत्रों में 18 घंटे बिजली मुहैया कराने का दावा विफल हो रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में तो ट्रांसफार्मर जलने के बाद कई सप्ताह तक नहीं बदले जा रहे हैं। इस बात को खुद ऊर्जा राज्यमंत्री रमाशंकर पटेल भी स्वीकार कर रहे हैं। हालांकि ट्रांसफार्मर जलने का उनका तर्क बेतुका है। इसके लिए वह बारिश को ही जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। जिम्मेदार सिस्टम को बचाते हुए मंत्री का कहना है कि इस साल बारिश नहीं होने एवं ओवरलोड के कारण अधिक ट्रांसफार्मर जल रहे हैं। पटेल यह बातें गुरुवार को हाईडिल कालोनी, भिखारीपुर स्थित डिस्काम मुख्यालय के सभागार में वाराणसी जोन के अधिकारियों के साथ बैठक के बाद मीडिया से कही। मंत्री ने दावा किया कि ग्रामीण क्षेत्रों में 18 घंटे बिजली दी जा रही है।
यह भी माना कि ट्रांसफार्मर बदलने में 15 से 20 दिन का समय लग जा रहा है। यह भी माना कि कुछ अधिकारी, कर्मचारी अवैध रूप से उपभोक्ताओं से वसूली कर रहे हैं। चिह्नित कर ऐसे लोगों पर कार्रवाई की जाएगी। बताया कि विभाग के निचले स्तर के कुछ कर्मचारियों में कुछ भ्रष्टाचार की झलक नजर आती है। दावा किया कि सौभाग्य योजना के तहत 2022 तक गाव को 24 घटे बिजली देने की योजना पर सरकार काम कर रही है। बैठक में उन्होंने निर्देश दिया कि अधिकारी लोगों के फोन उठाएं और उनकी शिकायत का निबटारा करें। अवर अभियंता एवं सहायक अभियंता द्वारा फोन नहीं उठाने से जनता की निगाह में विभाग की छवि खराब हो रही है। सरकारी विभागों के बकाए के सवाल पर उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री इसके लिए खुद गंभीर हैं। उन्होंने सभी मंडलों से इसकी रिपोर्ट मांगी है।
बैठक में मुख्य रूप से पूर्वाचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के निदेशक (तकनीकी) अंशुल अग्रवाल, ओपी दीक्षित, एके अवस्थी, जमानिया की विधायक सुनिता सिंह, एआर वर्मा, एके श्रीवास्तव, अधीक्षण अभियंता विजय पाल, दीपक अग्रवाल, डीके त्यागी, प्रवक्ता राकेश सिन्हा आदि मौजूद थे। पूर्व की सरकार में पेंडिंग है 10 हजार करोड़ बकाया पटेल ने कहा कि पूर्व की सपा सरकार में 10 हजार करोड़ रुपये बिजली का बकाया चल रहा है। इसके कारण बिजली विभाग को घाटा झेलना पड़ रहा है। कहा कि इसके लिए कैबिनेट में एक प्रस्ताव लाया जाएगा। ताकि पहले किसानों पर करोड़ों रुपये बिजली के बकाए को माफ करने की प्रक्रिया अपनाई जा सके। बिजली की दर बढ़ाने को भी पिछले बकाए को ही जिम्मेदार ठहराया। बलिया में एसई को गाली देने के मामले की होगी जांच बलिया में बैरिया के विधायक सुरेंद्र सिंह द्वारा विद्युत वितरण मंडल के अधीक्षण अभियंता राम किशोर को गाली दिए जाने के मामले में पटेल ने कहा कि अखबार पढ़ कर इस घटना की जानकारी हुई है। उन्होंने कहा कि किसी भी अधिकारी से दुर्व्यवहार करने की छूट किसी को नहीं हैं। हां, अगर कोई अधिकारी गलत कार्य करता है तो इसकी शिकायत सीधे सरकार से की जाए न कि खुद उलझ जाएं। मंत्री ने कहा कि इस मामले की जांच कराई जाएगी। कहा कि सीएम द्वारा इस मामले में विधायक को तलब भी किया जा सकता है। यह भी कहा कि मुख्यमंत्री का भी स्पष्ट निर्देश है कि कोई भी मंत्री या विधायक किसी के ट्रांसफर या पोस्टिंग के चक्कर में नहीं पड़े।