अब ट्रैफिक न रहेगा स्लो, चौराहे हुए रेड-ग्रीन व यलो, वाराणसी में यातायात सुधार के लिए चिह्नित किए गए 177 प्वाइंट
वाराणसी में यातायात सुधार के लिए यातायात पुलिस विभाग ने विस्तृत योजना बनाई है। 177 प्वाइंट चिह्नित किए गए हैं।
वाराणसी [मुहम्मद रईस]। त्योहारों के सीजन में तीन दिन की साप्ताहिक बंदी के बाद सड़कों, बाजारों में उमडऩे वाली भीड़ को संभालना यातायात विभाग के लिए चुनौतीपूर्ण साबित होने वाला है। इससे निबटने के लिए यातायात विभाग ने विस्तृत योजना बनाई है। 177 प्वाइंट चिह्नित करते हुए जहां तिराहों-चौराहों को ट्रैफिक भार के हिसाब से रेड, यलो व ग्रीन वर्ग में बांटा गया, वहीं इन पर जरूरत के मुताबिक जवानों की संख्या को भी बढ़ा दिया गया है।
बाजार खुलने को लेकर जिला प्रशासन ने नए नियम बनाए हैं। अब सप्ताह के चार दिन ही दुकानें खुल सकेंगी। ऐसे में इस योजना के माध्यम से शहर की यातायात व्यवस्था को पटरी पर लाने की कोशिश होगी। एसपी ट्रैफिक श्रवण कुमार सिंह के मुताबिक अतिव्यस्त चौराहों को रेड जोन में रखा गया है। यहां यातायात पुलिसकॢमयों की संख्या भी बढ़ा दी गई है। यलो जोन में हल्के-फुल्के ट्रैफिक वाले चौराहे-तिराहे हैं, जबकि ग्रीन जोन में कभी-कभार जाम की चपेट में अपने वाले चौराहे शामिल हैं।
दो की बजाय एक शिफ्ट में ड्यूटी
चौराहों-तिराहों पर दो शिफ्ट में यातायात पुलिसकॢमयों की ड्यूटी लगाई जाती थी। अब जबकि दुकानें खुलने व लोगों के बाहर निकलने का समय निर्धारित है। सुबह नौ बजे से शाम सात बजे के बीच ही यातायात पुलिसकॢमयों की अधिक जरूरत होती है। ऐसे में एक ही शिफ्ट में ड्यूटी लगाने से विभाग के पास जवानों की संख्या लगभग दोगुनी होगी। इससे चौराहों-तिराहों पर जरूरत के मुताबिक जवानों की संख्या बढ़ाई जा सकेगी।
ये हैं तीन नए जोन
रेड : कालीमाता चौराहा, अंधरापुल, चौकाघाट, रथयात्रा, बीएचयू लंका, जलालीपुरा क्रासिंग, कज्जाकपुरा क्रासिंग, विश्वेश्वरगंज तिराहा, मैदागिन चौराहा आदि।
यलो : जंगमबाड़ी तिराहा, सोनारपुरा तिराहा, गोलगड्डा तिराहा, नदेसर तिराहा, ट्रामा सेंटर तिराहा, कमच्छा तिराहा, शुंकुलधारा पोखरा, सिगरा-फातमान आदि।
ग्रीन : चंद्रा चौराहा, पहडिय़ा, पंचक्रोशी आदि।
अतिव्यस्त चौराहों पर यातायात कर्मियों की संख्या बढ़ा दी गई हैं
शहर के सुगम यातायात व्यवस्था के लिए अतिव्यस्त चौराहों पर यातायात कॢमयों की संख्या बढ़ा दी गई है। कचहरी, गोदौलिया, बेनियाबाग सहित अन्य व्यस्त क्षेत्रों में मल्टी स्टोरी पाॄकग प्रस्तावित हैं। इनके बन जाने के बाद सड़कों पर वाहन खड़ा करने की दिक्कत भी दूर हो जाएगी।
- श्रवण कुमार सिंह, एसपी ट्रैफिक।