Top Varanasi News Of The Day, 1 may 2020 : बीएचयू की साइंटिस्ट कोरोना पॉजिटिव, सब्जी के लिए बिलबिलाए लोग, सात डाककर्मियों को भेजा होम क्वारंटाइन
बनारस शहर की कई खबरों ने शुक्रवार को सुर्खियां बटोरीं जानिए 6 बजे तक की शहर-ए-बनारस की पांच प्रमुख और चर्चित खबर।
वाराणसी, जेएनएन। बनारस शहर की कई खबरों ने शुक्रवार को सुर्खियां बटोरीं। जिनमें बीएचयू की साइंटिस्ट कोरोना पॉजिटिव, सब्जी के लिए बिलबिलाए लोग, सात डाककर्मियों को भेजा होम क्वारंटाइन, महिला अस्पताल में होगी कोरोना संदिग्धों की जांच, IIT BHU ने बनाया सैनिटाइजर रोबोट खबरें रहीं। जानिए शाम 6 बजे तक की शहर-ए-बनारस की पांच प्रमुख और चर्चित खबर।
Coronavirus update Varanasi में बीएचयू की साइंटिस्ट कोरोना पॉजिटिव, 61 एक्टिव केस, 25 हॉटस्पॉट
वाराणसी में शुक्रवार को एक और कोरोनावायरस पॉजिटिव केस पाया गया है। कोरना पॉजिटिव 35 वर्षीय महिला काशी हिंदू विश्वविद्यालय में साइंटिस्ट पोस्ट पर हैं। ये माइक्रोबायोलॉजी डिपार्टमेंट की कोरोना टेस्टिंग लैब में कार्य करती हैं। इन्हें दो-तीन दिन पहले बुखार आदि का सिम्पटम हुआ था, इसके उपरांत इनका सैंपल लिया गया था। काशी हिंदू विश्वविद्यालय की प्रारंभिक जांच के अनुसार इनको इन्फेक्शन इनके घर से ही हुआ जहां उनका एक परिवारिक सदस्य कुछ दिन पूर्व बुखार ग्रस्त हुआ था। वर्तमान में वह और इनके परिवार के सभी लोग ठीक हैं परंतु इनमें सिम्पटम आने की वजह से टेस्टिंग लैब के प्रोटोकॉल के अंतर्गत इनका तत्काल सैंपल लिया गया और पूरी जांच कराई गई। इसके अलावा लैब के इनके कांटेक्ट के और भी कर्मियों के सैंपल लिए गए जो सभी नेगेटिव पाए गए। इस केस को मिलाकर वाराणसी में 61 कुल कोरोना पॉजिटिव केस हो गए हैं। साइंटिस्ट चेतगंज क्षेत्र के बाग बरियार सिंह की रहने वाली हैं जिसे आज जनपद का 25वां हॉटस्पॉट बनाया जा रहा है। इनके सभी घर के सदस्यों की सैंपलिंग कराई जाएगी तथा इनके हॉटस्पॉट व बफर जोन में सभी लोगों की स्क्रीनिंग तथा सिंप्टोमेटिक लोगों की टेस्टिंग भी कराई जाएगी।
Lockdown in Varanasi सब्जी के लिए बिलबिलाए लोग, ठेला वाले बेच रहे डबल रेट पर
शहर में बढ़ते कोरोना के मामले को रोकने के लिए शुरू किए गए संपूर्ण लॉकडाउन के दौरान शुक्रवार को कई क्षेत्रों के लिए लोग सब्जी के लिए बिलबिला गए। थोक सब्जी मंडी में लोगों का जाना मना है। ठेले वाले जहां बेच रहे वहां डबल रेट में मिल रहा है। इसके अलावा पुलिस की लाठी का सामना भी करना पड़ रहा है। हॉटस्पाट इलाकों में तो स्थिति बहुत ही खराब हो रही है। वहां लोगों को सुविधा नहीं मिल रही है। सब्जी, राशन, दूध व दवा के लिए लोग परेशान हो रहे है। आज दिन में ग्यारह से बारह तक दवा की दुकानों को खोलने की छूट थी लेकिन भीड़ इतनी हो गई कि संभाला मुश्किल हो गया। इसके बाद समय सीमा बढ़कर तीन बजे तक किया गया।
Coronavirus Varanasi में सात डाककर्मियों को भेजा होम क्वारंटाइन, 18 लोगों की हुई जांच
प्रधान डाकघर कैंट में शुक्रवार को डाक्टरों के एक दल ने यहां पर कार्यरत 18 लोगों की जांच की। जांच के आधार पर सात कर्मियों को होम क्वारंटाइन में भेज दिया गया है। डा. हेमंत कुमार शर्मा ने बताया कि पांच लोगों की टीम जिसमें उनके अलावा एक फार्मसिस्ट, एक एएनएम और दो आशा शामिल थे। सुबह 10.30 बजे से जांच शुरू की गयी जो 12.40 तक चली। हम लोगों ने क्वारंटाइन किए गए लोगों को बताया कि घर पर उन्हें क्या-क्या सावधानी रखनी है। अगर किसी तरह की कोई परेशानी हो तो तत्काल हम लोगों से संपर्क करे। वहीं पोस्टमास्टर जनरल प्रणव कुमार जांच के दौरान काफी देर तक मौजूद रहे। उन्होंने सभी डाककर्मियों से कहा कि किसी बात को डाक्टर से छिपाए नहीं। अगर कोई परेशानी हो तो उसको बताए ताकि उसका समाधान किया जा सके।
Varanasi महिला अस्पताल परिसर में 100 बेड के एमसीएच भवन में भी होगी कोरोना संदिग्धों की जांच
कबीरचौरा स्थित जिला महिला अस्पताल परिसर में 100 बेड के एमसीएच भवन को कोविड-19 का संदिग्ध मरीज वार्ड बनाया गया है। जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने गुरुवार को यहां निरीक्षण किया। कहा कि कोरोना संदिग्ध कोई भी हो और कहीं से भी आए, सभी का समुचित इलाज सुनिश्चित किया जाए। जिलाधिकारी ने इस नए अस्पताल को शीघ्र संचालित करने के लिए सीएमओ डा. वीबी सिंह को निर्देशित किया। कहा कि यहां आने वाले मरीजों की पहचान सुनिश्चित कराने को एक मेडिकल स्टाफ बैठाया जाए जो संबंधित थाने से प्रमाणित कराएगा कि आने वाला मरीज हॉट स्पॉट से संबंधित है या अन्य किसी क्षेत्र का है।
IIT BHU ने बनाया UV-C लाइट आधारित सरफेस कम रूम सैनिटाइजर रोबोट
आइआइटी बीएचयू ने यूवी-सी लाइट आधारित सरफेस कम रूम सैनिटाइजर रोबोट बनाया है। इस रोबोट में खिलौने वाली टॉय कार का इस्तेमाल किया गया है। इस रोबोट में यूवी-सी लाइट टाॅय कार के नीचे लगी है जो अस्पताल, बस, ट्रेन आदि किसी भी समतल स्थान को सैनिटाइज कर डिसइंफेक्ट करने में सक्षम है। यह रोबोट संस्थान में इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के डॉ. श्याम कमल, डॉ. संतोष कुमार सिंह, डॉ. संदीप घोष और डॉ. नायडू ने बनाया है।