Top 5 Varanasi News Of The Day 13 October 2020 : ज्ञानवापी मामले की सुनवायी 15 को, सुशांत के लिए मेमोरियल यात्रा, बहुरंगी तरबूज रखेगा बीमारियों से महफूज
बनारस शहर की कई खबरों ने मंगलवार यानी 13 अक्टूबर को सुर्खियां बटोरीं जानिए शाम पांच बजे तक की शहर-ए-बनारस की पांच प्रमुख और चर्चित खबरें जो दिन भर चर्चा में बनी रहीं अौर लोगों की नजरें भी उन खबरों पर रही।
वाराणसी, जेएनएन। बनारस शहर की कई खबरों ने मंगलवार यानी 13 अक्टूबर को सुर्खियां बटोरीं जिनमें ज्ञानवापी मामले की सुनवायी 15 को, सुशांत के लिए मेमोरियल यात्रा, बहुरंगी तरबूज रखेगा बीमारियों से महफूज, बीएचयू और फाेर्ड फाउण्डेशन ने सहमति पत्र पर किया हस्ताक्षर, दिन में धूप के साथ रातें हो चलीं ठंडी आदि प्रमुख खबरें रहीं। जानिए शाम पांच बजे तक की शहर-ए-बनारस की पांच प्रमुख और चर्चित खबरें।
काशी विश्वनाथ मंदिर और ज्ञानवापी मस्जिद मामले की अगली सुनवायी 15 अक्टूबर को
काशी विश्वनाथ मंदिर और ज्ञानवापी मस्जिद विवाद पर आज मंगलवार को अदालत में सुनवाई दोपहर में शुरू हो गयी। याचिका के एडमिट होने पर मंगलवार दोपहर बाद तक फैसला आने की उम्मीद जताई जा रही है। इस बाबत जिला कोर्ट तय करेगा कि केस सिविल कोर्ट या वक्फ ट्रिब्यूनल लखनऊ में चलेगा। इस बाबत जिला जज वाराणसी कोर्ट में सुनवाई को लेकर सुबह से ही परिसर में दोपहर में सुनवायी शुरू होने तक काफी गहमागहमी बनी रही। हालांकि, दोपहर बाद इस मामले में अगली तिथि 15 अक्टूबर की पड़ गई। इससे पूर्व हुई सुनवायी के दौरान ज्ञानवापी मामले में पक्षकार उत्तर प्रदेश सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड के अधिवक्ता की ओर से दाखिल विलंब माफी के प्रार्थना पत्र को जिला जज उमेशचंद्र शर्मा की अदालत ने तीन हजार रुपये जुर्माने के साथ मंजूर कर लिया था। अदालत ने एक सप्ताह के भीतर जुर्माने जमा करने का आदेश देते हुए निगरानी याचिका पर सुनवाई के लिए 13 अक्टूबर की तिथि नियत की थी।
सुशांत सिंह राजपूत के लिए पटना के बाद वाराणसी में 15 अक्टूबर को मेमोरियल यात्रा
फिल्म अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के हत्या और आत्महत्या की गुत्थी को सुलझाने के लिए जहां जांच एजेंसियां मुंबई से लेकर पटना तक जूझ रही हैं वहीं पीएम नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में भी 15 अक्टूबर को मेमोरियल यात्रा की तैयारियां चल रही हैं। इसके लिए वाराणसी में 15 अक्टूबर को मेमोरियल यात्रा का आयोजन किया जा रहा है। मंगलवार की सुबह से ही इस बाबत सोशल मीडिया में कैंपेन भी शुरू कर दिया गया है। अभियान कर्ताओं के अनुसार आगामी 14 अक्टूबर को मेमोरियल यात्रा पटना में होगी तो 15 अक्टूबर को वाराणसी और 17 अक्टूबर को कोलकाता में आयोजन किया जाना है। सोशल मीडिया में सुबह से ही जारी पोस्टर शेयर करने का क्रम दिन भर चलने के साथ लोगों को इससे जुड़ने की भी अपील की गई।
बहुरंगी तरबूज रखेगा बीमारियों से महफूज, वाराणसी सब्जी अनुसंधान संस्थान ने किया ईजाद
रंग बिरंगे फलों की अपनी दुनिया है अौर कृषि विज्ञानियों ने तकनीक के सहारे ऐसी उपलब्धि हासिल की है जो स्वाद ही नहीं सेहत का भी ख्याल रखेगी। मानव स्वास्थ्य एवं पोषण सुरक्षा में गुणवक्तायुक्त सब्जियों और फलों का अहम योगदान है। विभिन्न सब्जियों में पाये जाने वाले पादप रसायन भिन्न-भिन्न रंगों से संबंधित है, एवं मानव प्रतिरक्षा तंत्र में ये पादप रसायन अहम भूमिका निभाते हैं। तरबूज खनिजों का प्रमुख स्राेत माना जाता है और यदि इसके गूदों के रंग के अनुसार पोषक तत्वों की उपलब्धता बढ़ जाये तो इसकी अहमियत और बढ़ जाती है। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद- भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान वाराणसी में तरबूज की लाल, नारंगी एवं पीले रंग की तीन नयी किस्में विकास के अंतिम चरण में है, जो कि मिठास के साथ-साथ पोषक तत्वों से भी भरपूर होंगी। इससे सेहत तो आम लोगों की बेहतर होगी ही साथ ही पूर्वांचल के किसानों की आर्थिक स्थिति में भी व्यापक सुधार होगा।
कृषि विकास के लिए बीएचयू और फाेर्ड फाउण्डेशन ने किया सहमति पत्र पर हस्ताक्षर
काशी हिंदू विश्वविद्यालय और गैर शासकीय संगठन फाउंडेशन फॉर एडवांसमेंट ऑफ एग्रीकल्चर एंड रूरल डेवेलपमेंट (फोर्ड फाउंडेशन) के मध्य प्रोजेक्ट, प्रशिक्षण कार्यक्रम, प्रौद्योगिकी हस्तांतरण, ग्रामीण विकास के कार्यक्रम व अन्य आउट रीच प्रोग्राम को साथ मिलकर करने के उद्दश्य से मंगलवार को कुलपति आवास में एक सहमति पत्र (एमओयू) पर हस्ताक्षर हुआ। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति व रानी लक्ष्मी बाई केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय झांसी के चांसलर प्रख्यात कृषि वैज्ञानिक प्रो. पंजाब सिंह व वर्तमान कुलपति प्रो. राकेश भटनागर की उपस्थिति में अध्यक्ष, फोर्ड फाउंडेशन व कुलसचिव डा. नीरज त्रिपाठी ने सहमति पत्र एमओयू पर हस्ताक्षर किया।
Varanasi City Weather Update : पूर्वांचल में दिन में तेज धूप के साथ रातें हो चलीं ठंड
पूर्वांचल में मौसम का रुख बदलाव की ओर है। मौसम का यह संक्रमण काल अब गुलाबी ठंड से सर्दी की ओर रुख कर रहा है। ऐसे में दिन में धूप और रात में ठंड का दौर शुरू हो चुका है। मानसून की पूरी तरह से पूर्वांचल से विदायी हो चुकी है ऐसे में बादलों की सक्रियता भी नहीं है। मंगलवार की दोपहर गर्मी का असर खूब रहा और दोपहर बाद से मौसम का रुख बदला और ठंडी हवाओं ने लोगों को खूब राहत भी दी। मंगलवार की सुबह जहां अंचलों में ठंड वातावरण में घुली रही वहीं दूसरी ओर कुछ जगहों पर कोहरे का भी असर दिखा, हालांकि दिन चढऩे के साथ ही कोहरे का असर खत्म हो गया और धूप के असर से लोग पसीना पसीना भी खूब होते रहे। मौसम विज्ञानियों के अनुसार सप्ताह भर मौसम का यही रुख बना रहेगा और अब पाकिस्तान के बाद राजस्थान तक पछुआ ठंडक पहुंचने लगी है, जल्द ही इसका असर पूर्वांचल तक आने लगेगा।