Coronavirus से धड़ाधड़ कैंसिल हो रहे ट्रेनों के टिकट, वाराणसी में टिकट विंडो पर नकदी की कमी
रेल प्रशासन की लाख कवायद के बाद भी कोरोना वायरस के भय से लोगों ने यात्रा करने का साहस नहीं कर पा रहे हैं। परिणाम ट्रेनों के आरक्षित टिकट धड़ाधड़ कैंसिल हो रहे हैं।
वाराणसी, जेएनएन। रेल प्रशासन की लाख कवायद के बाद भी कोरोना वायरस के भय से लोगों ने यात्रा करने का साहस नहीं कर पा रहे हैं। परिणाम, ट्रेनों के आरक्षित टिकट धड़ाधड़ कैंसिल हो रहे हैं। इसे देखते हुए कारपोरेट ट्रेन काशी-महाकल को एक अप्रैल तक रद कर दिया गया है। 19 मार्च को उज्जैन से लौटने वाली काशी-महाकाल ट्रेन की रवानगी नहीं होगी। लखनऊ से दिल्ली संचालित तेजस ट्रेन भी 19 से 31 मार्च तक रद हो गई है।
वहीं टिकट कैंसिल कराने वालों की स्टेशनों पर भीड़ लगी है। मंडुआडीह रेलवे स्टेशन पर बुधवार को टिकट कैंसिल कराने वाले यात्रियों ने हंगामा भी किया। वजह, कैंसिल टिकट का रिफंड देने के लिए टिकट काउंटर पर उतने नकदी ही नहीं बचे थे। इसकी जानकारी होते ही पूर्वोत्तर रेलवे के प्रशासनिक अधिकारी सक्रिय हुए। मंडुआडीह रेलवे स्टेशन से रात आठ बजे तक कुल 563 टिकट कैंसिल हुआ। इसकी एवज में दो लाख 39 हजार रुपये रिफंड किए गए। मुख्य जनसंपर्क अधिकारी वाराणसी मंडल अशोक कुमार ने बताया कि टिकट काउंटर पर अतिरिक्त नकदी नहीं उपलब्ध कराई जाती है। जो टिकट बनाए जाते हैं उससे मिले नकदी को ही टिकट कैंसिल होने पर रिफंड किया जाता है। बताया कि कैंसिलेशन की संख्या अधिक होने पर समस्या हुई है जिसे देखते हुए गुरुवार को अतिरिक्त कैश उपलब्ध करा दिया जाएगा ताकि यात्रियों को परेशानी नहीं हो। कमोवेश यही हालात कैंट, वाराणसी सिटी, काशी, सारनाथ व शिवपुर रेलवे स्टेशनों पर भी बनी रही। ढाई हजार से अधिक टिकटों का कैंसिलेशन हुआ। ऑनलाइन टिकट कैंसिलेनशन का आंकड़ा इसमें शामिल नहीं है।
टिकट के बढ़े दाम पर भीड़ से कम नहीं हुआ प्लेटफार्म
उत्तर रेलवे की ओर से लखनऊ मंडल ने बुधवार को प्लेटफार्म टिकट का दाम 50 रुपये कर दिया है। यह अस्थाई व्यवस्था 15 अप्रैल तक लागू है। इसके बाद भी प्लेटफार्म से लोगों की भीड़ आपेक्षित कम नहीं हो रही है। रेल प्रशासन को उम्मीद है कि प्लेटफार्म टिकट बढ़ाने से यात्रियों के साथ आने वाले लोगों की संख्या आधी से भी कम हो जाएगी। रेल कर्मियों का कहना है कि जब तक सख्ती नहीं होगी, भीड़ कम नहीं होगी क्योंकि बिना प्लेटफार्म टिकट लिए लोगों का आना जारी है।
आज से पूर्वोत्तर रेलवे ने दाम बढ़ाया
कोरोना को देखते हुए पूर्वोत्तर रेलवे ने भी प्लेटफार्म टिकट का दाम बढ़ाकर 50 रुपये कर दिया है। मुख्य जनसंपर्क अधिकारी वाराणसी मंडल अशोक कुमार ने बताया कि स्टेशनों पर लगने वाली भीड़ को हतोत्साहित करने के लिए ऐसा किया गया है। यह आदेश इच्जतनगर मंडल के काठगोदाम, रूद्रपुर सिटी, लालकुऑ, हल्द्वानी, काषीपुर, पीलीभीत, कासगंज, कन्नौज, फर्रूखाबाद, बरेली सिटी स्टेशनों पर 19 मार्च से 18 अप्रैल, 2020 तक, लखनऊ मंडल के लखनऊ जंक्शन गोण्डा, गोरखपुर, बस्ती स्टेशनों पर 19 से 31 मार्च तक तथा वाराणसी मंडल के आजमगढ़, मंडुवाडीह, बलिया, मऊ, छपरा, सीवान तथा देवरिया सदर स्टेशनों पर 19 मार्च से 15 अप्रैल तक प्लेटफार्म टिकट का मूल्य 10 रुपये के स्थान पर 50 रुपये कर दिया गया है।
डीआरएम कार्यालय में प्रवेश प्रतिबंधित
डीआरएम विजय कुमार पंजियार ने कार्यालय में प्रवेश के लिए आइडी कार्ड अनिवार्य कर दिया है। बिना कार्ड कार्यालय में प्रवेश वर्जित है। जिन कर्मियों के पास आइडी कार्ड नहीं है, उन्हें अस्थायी कार्ड जारी किया जा सकता है। कार्यालय में प्रवेश केवल मुख्य द्वार से होगा। अन्य द्वारों को सील कर दिया जाएगा। कार्यालय व परिसर में बाहरी का प्रवेश प्रतिबंधित होगा। बाहरी व्यक्ति पत्राचार, डाक अथवा दूरसंचार के माध्यमों से कर्मचारियों व अधिकारियों से संपर्क कर सकेगा।
अभियान पर बिना टिकट 159 धराए
डीआरएम विजय कुमार पंजियार के निर्देशन में पूर्वोत्तर रेलवे वाराणसी मंडल में बिना टिकट यात्रियों की रोकथाम के लिए सहायक मंडल वाणिच्य प्रबंधक जंगबहादुर राम ने बुधवार को अभियान चलाया। मऊ स्टेशन को आधार बनाकर मऊ-वाराणसी, मऊ-शाहगंज, मऊ-बलिया, एवं मऊ-भटनी रेल खंड पर चलने वाली गाडिय़ों पर टिकट जांच की गई। 49 यात्री बिना टिकट, 14 अनबुक लगेज यात्री, 96 यात्री अनियमित टिकट के साथ पकड़े गए। कुल 159 यात्रियों से रेल राजस्व के रूप में 66,775 रुपये वसूले गए। वहीं स्टेशन के प्लेटफार्म पर अवैध वेंडरों पर भी सख्ती की गई।