कूट रचना के दम पर नौकरी कर रहे तीन शिक्षकों की सेवा समाप्त, दस वर्षों से विभाग को लगा रहे थे चूना
फर्जी अंकपत्र के आधार पर दस वर्षों से नौकरी कर रहे तीन शिक्षकों की सेवा समाप्त कर दी गई है।
बलिया, जेएनएन। फर्जी अंकपत्र के आधार पर दस वर्षों से नौकरी कर रहे तीन शिक्षकों की सेवा समाप्त कर दी गई है। यह कार्रवाई प्रभारी बीएसए सुबाष गुप्ता ने शनिवार को जांच के बाद शिक्षकों का प्रमाण पत्र फर्जी पाए जाने के बाद की। इसमें दो महिला शिक्षिकाएं भी हैं। बीएसए की इस कार्रवाई से फर्जी शिक्षकों में हड़कंप मचा है।
बीएसए ने बताया कि शिकायतों के क्रम में जांच कराने पर तीनों शिक्षकों का प्रमाण पत्र फर्जी पाया गया। शिक्षा क्षेत्र बांसडीह के प्राथमिक विद्यालय खोरौली पर कार्यरत प्रधानाध्यापक फूलचन्द के खिलाफ सिद्धार्थ नगर के अलीगढ़वा स्कूल पर तैनात शिक्षक फूलचन्द ने शिकायत की थी। आरोप था कि उक्त अध्यापक द्वारा गलत तरीके से एक ही पैन कार्ड नंबर पर आयकर रिटर्न दाखिल किया जा रहा है। इसी प्रकार शिक्षा क्षेत्र बांसडीह के प्राथमिक विद्यालय पाण्डेय के पोखरा पर तैनात शिक्षिका पूनम यादव की शिकायत आजमगढ़ जनपद के शिक्षा क्षेत्र लालगंज अंतर्गत प्रावि बेला तराव की शिक्षिका पूनम यादव ने की थी। शिक्षिका का आरोप था कि बलिया की उक्त शिक्षिका द्वारा उन्हीं के पैन कार्ड नंबर पर आयकर रिटर्न भर रही हैं।
शिक्षा क्षेत्र पन्दह के उप्रावि उकछी पर तैनात नवनीता यादव की शिकायत मऊ जनपद के दोहरी घाट शिक्षा क्षेत्र के उप्रावि गोथा पर कार्यरत शिक्षिका नवनीता यादव द्वारा की गई थी। यहां भी मामला पैन कार्ड से ही संबंधित था। शिकायतों के क्रम में बीएसए सुबाष गुप्ता द्वारा उक्त तीनों शिक्षकों से स्पष्टीकरण मांगा गया लेकिन नोटिस जारी होते ही ये फरार हो गए। बीएसए ने बताया कि तीनों शिक्षकों ने स्कैन/फर्जी/कूटरचित अभिलेखों के आधार पर विभाग को धोखा देकर नियुक्ति पाई थी। इनकी सेवा नियुक्ति तिथि से ही समाप्त करते हुए वेतन आदि के मद में भुगतान की गई धनराशि को जमा कराने का निर्देश दिया गया है।