Coronavirus in Azamgarh : तब्लीगी से जुड़े जमात के तीन व्यक्तियों की Covid-19 Report पॉजिटिव
Corona virus in Azamgarh तब्लीगी से जुड़े जमात के तीन व्यक्तियों की Covid-19 Report पॉजिटिव आई है।
आजमगढ़, जेएनएन। दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में शामिल होकर लौटे तीन लोगों में कोरोना संक्रमण पाया गया है। रिपोर्ट सार्वजनिक होते ही हड़कंप मच गया। जिलाधिकारी नागेंद्र प्रसाद ङ्क्षसह ने इसकी पुष्टि की। ये तीनों आंध्र प्रदेश, तेलंगाना व गाजियाबाद के निवासी हैं।
उन्होंने बताया कि निजामुद्दीन मरकज से आकर मदरसा मुबारकपुर में कुल सात लोग रह रहे थे। ये दिल्ली से 21 मार्च को लौटने के बाद मुबारकपुर के नई सिकठी स्थित मदरसा में छिपे थे। केंद्र एवं उत्तर प्रदेश सरकार के अलर्ट जारी करने के बाद आजमगढ़ पुलिस ने दो दिन पूर्व मदरसे से सात लोगों पकड़ा था। इन्हें छिपाने के आरोप में मदरसा के प्रबंधक हफीजुल्लाह एवं मदरसा के केयरटेकर जियाउल कमर के खिलाफ केस दर्ज किया था। इन सातों समेत मरकज से लौटे कुल 16 लोगों के नमूने जांच को ङ्क्षकग जार्ज मेडिकल कॉलेज लखनऊ भेजे गए थे। उनमें से तीन जो कि आंध्रप्रदेश, तेलंगाना व गाजियाबाद के निवासी हैं, की कोरोना पॉजीटिव रिपोर्ट आई है। इनमें नाम क्रमश मुजम्मिल, अतीकुर्रहमान व अब्दुल रऊफ बताए गए हैं। जिलाधिकारी ने बताया कि तीनों मरीजों को मेडिकल कॉलेज चक्रपानपुर के आइसोलेशन वार्ड में रखकर स्वास्थ्य मंत्रालय के मानक मुताबिक इलाज शुरू कर दिया गया है। इनके इलाज में जुटे चिकित्सक एवं स्वास्थ्यकर्मी भी अब अपने घर नहीं जा सकेंगे। एक पखवारे बाद इन्हें पैसिव कोरंटाइन में रखा जाएगा। इसके लिए शहर के निजी होटलों में व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी।
दिल्ली से लौटे नौ लोगों के घर डाक्टरों की टीम
संजरपुर विकास खंड मिर्जापुर के ग्राम फरीदुनपुर कोठिया में दिल्ली से लौटे नौ लोगों के घर धमकी स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सभी को घरों में ही आइसोलेट कर दिया। सभी दिल्ली में नौकरी करते हैं और वहां लॉकडाउन के दौरान उत्पन्न हुई समस्या के चलते पैदल ही घर के लिए चल दिए। यहां लौटे लोगों ने बताया कि खाने-पीने के लिए कुछ नहीं बचा तो पैदल रवाना हुए। जहां अगर कोई ट्रक आदि मिला तो उस पर सवार हो लिए वरना पैदल ही कदम आगे बढ़ाते रहे। गुरुवार की रात घर पहुंचने पर प्रधान राजाराम यादव ने इसकी सूचना शुक्रवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मिर्जापुर के चिकित्सा प्रभारी प्रवीण कुमार चौधरी को दी। उन्होंने अपनी टीम के साथ तत्काल गांव पहुंचकर सभी नौ लोगों का परीक्षण करने के बाद घर के ही अलग कमरे में रहने की हिदायत दी। परिजनों से कहा कि इन लोगों को एक सप्ताह तक भोजन भी अलग कमरे में दिया जाए और उनके पास कोई न जाए।