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वाराणसी के आश्रय स्‍थल में तीन पशुओं ने भूख से तड़पकर तोड़ा दम, शव दफन कर चलते बने जिम्‍मेदार

हरहुआ ब्लाक में स्थित आश्रय स्थल में तीन पशुओं की भूख से तड़प कर मौत हो गई। तीनों का शव आश्रय स्थल परिसर में दफन कराकर अधिकारी चलते बने। भूख से तड़पते अन्य पशुओं का कोई पुरसाहाल नहीं है। फिर भी अधिकारियों ने देखना भी मुनासिब नहीं समझा।

By Abhishek sharmaEdited By: Published: Sat, 16 Jan 2021 09:02 PM (IST)Updated: Sat, 16 Jan 2021 09:02 PM (IST)
वाराणसी के आश्रय स्‍थल में तीन पशुओं ने भूख से तड़पकर तोड़ा दम, शव दफन कर चलते बने जिम्‍मेदार
भूख से तड़प कर मौत हो गई। तीनों का शव आश्रय स्थल परिसर में दफन कराकर अधिकारी चलते बने।

वाराणसी, जेएनएन। जिले के हरहुआ ब्लाक में स्थित आश्रय स्थल में तीन पशुओं की भूख से तड़प कर मौत हो गई। तीनों का शव आश्रय स्थल परिसर में दफन कराकर अधिकारी चलते बने। भूख से तड़पते अन्य पशुओं का कोई पुरसाहाल नहीं है। फिर भी अधिकारियों ने देखना भी मुनासिब नहीं समझा। जनप्रतिनिधि भी कुछ बोल नहीं रहे। बजट नहीं होने का हवाला देते हुए पल्ला झाड़ ले रहे हैं। शनिवार को दैनिक जागरण में समाचार प्रकाशित होने के बाद सुबह चारा तो पहुंच गया, लेकिन वह कितने दिन चलेगा, फिर कब आएगा, का जवाब किसी के पास नहीं है। पशुओं को ठंड से बचाने के भी पुख्ता इंतजाम नहीं हैं। 

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हरहुआ के वाजिदपुर गांव में निराश्रित गो आश्रय स्थल है। ठंड में भूख से तड़प कर शुक्रवार की रात दो पशुओं की जान चली गई। दोनों के शव को सुबह करीब नौ बजे आश्रय स्थल परिसर में जेसीबी से गड्ढा खोद कर दफनाने जा रहे थे कि एक और पशु की मौत हो गई। इसके बाद तीनों शव आश्रय स्थल में दफनाकर अधिकारी चले गए।

तीन दिन से बे-चारा थे पशु 

आश्रय स्थल के कर्मचारियों व निवर्तमान प्रधान लालमन यादव ने बताया कि बुधवार से ही चारा खत्म होने के चलते पशु भूख से तड़प रहे थे। स्थिति यह है कि पशु पेड़ों की छाल नोच कर खा रहे थे। 


चारे पर झूठ बोलते रहे बीडीओ 

हरहुआ के बीडीओ धर्मेंद्र प्रसाद द्विवेदी ने पहले तो आश्रय स्थल में चारा खत्म होने की बात खारिज कर दी। बाद में स्वीकार किया व कहा कि जल्द चारा पहुंच जाएगा। चारे की दिक्कत नहीं है, मगर शनिवार की सुबह आश्रय स्थल में चारा पहुंच पाया। 

ठंड से हुई मौत : डा. बीबी सिंह 

सुबह 11 बजे मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा. बीबी सिंह गो आश्रय स्थल पहुंचे। तब बीडीओ थे। वे कुछ देर रुके व खानापूर्ति कर चलते बने। मृत तीनों पशुओं के पास नहीं गए। मुख्य पशु चिकित्साधिकारी ने कहा कि तीनों पशुओं की मौत भूख से नहीं, बल्कि ठंड लगने के कारण हुई है।  

अफसर भूल गए सीएम का आदेश 

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर किसानों की फसल बर्बाद कर रहे बेसहारा पशुओं के लिए हर ब्लाक में आश्रय स्थल बने हैं। सीएम का आदेश था कि पशुओं के लिए ब्लाक स्तर से चारे की व्यवस्था की जाएगी, मगर आश्रय स्थल पर पशुओं के रहने व खाने के लिए समुचित व्यवस्था नहीं है। अधिकारी आश्रय स्थल का दौरा करते हैं लेकिन क्या व्यवस्था है, क्या होनी चाहिए, इससे उन्हें लेना-देना नहीं है। 

नहीं कराया पशुओं का पोस्टमार्टम 

आश्रय स्थल में तीनों पशुओं की मौत होने के बाद भी अधिकारियों ने पोस्टमार्टम नहीं कराया। पोस्टमार्टम कराने से स्पष्ट हो जाता कि तीनों पशुओं की मौत कैसे हुई है। 

बोले जिलाधिकारी

आश्रय स्‍थल में तीनों पशुओं की मौत कैसे हुई इस बारे में बीडीओ और मुख्य पशु चिकित्साधिकारी से रिपोर्ट मांगी जाएगी। यदि अधिकारी की लापरवाही मिलेगी तो उनके खिलाफ कार्रवाई तय है।  -कौशल राज शर्मा, जिलाधिकारी। 


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