गोकशी के विरोध पर हिन्दू युवा वाहिनी के सदस्य को जान से मारने की धमकी
वाराणसी में प्रधानमंत्री के कार्यालय में शनिवार को सूबे के राज्यमंत्री अनिल राजभर जनसुनवाई के लिए पहुंचे।
वाराणसी : रवीन्द्रपुरी स्थित प्रधानमंत्री के कार्यालय में शनिवार को सूबे के राज्यमंत्री अनिल राजभर जनसुनवाई करने पहुंचे। इस दौरान शिकायतकर्ताओं में रोहनिया के कनकपुर निवासी हिन्दू युवा वाहिनी के सदस्य ओमप्रकाश ने गोतस्करों और कथित रूप से तस्करी में सहयोगी राजातालाब चौकी इंचार्ज पर प्रताड़ित करने और तस्करों द्वारा गोतस्करी का विरोध करने पर जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया।
पीड़ित ने बताया कि 23 अगस्त को आराजी लाईन के महगाव प्राइमरी स्कूल के पास गौ तस्करी करने वाले आधा दर्जन लोग घेरकर गाली- गलौज करने लगे धमकी देते हुए बोले कि आगे हम लोगों के व्यवसाय में बाधा डालने का प्रयास किये तो जान से मार डालेंगे। इतना कहकर वे सभी पीड़ित को दौड़ा लिए। इस बीच पीड़ित द्वारा 100 नम्बर पर सूचना दिये जाने के उपरान्त मौके पर पुलिस पहुंची, लेकिन आरोपियों के दबाव में आकर पुलिस ने सभी को छोड़ दिया। पीड़ित ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ रोहनिया, लंका, सैयदराजा, कछवा व चुनार सहित आधा दर्जन थानों में गोकशी, बाईक चोरी, लूट व बलात्कार आदि के कई मुकदमे दर्ज हैं। आरोपी काफी मनबढ़ किस्म के हैं तथा तस्करी में शामिल विनोद गिरी नामक व्यक्ति के घर पर गोतस्करी में प्रयुक्त होने वाले बिना नम्बर प्लेट के पिकअप व बोलेरो गाड़ी खड़ी रहती है। पीड़ित के मुताबिक आरोपियों के खिलाफ 100 नम्बर पर सूचना दिये जाने से खिन्न राजातालाब चौकी इंचार्ज बृजेश राय अपने हमराह के साथ 23 अगस्त को रात्रि करीब आठ बजे मेरे घर आकर घर पर मौजूद सदस्यों और औरतों को भी गाली दी।
पीड़ित ने इस मामले मंत्रीजी से न्याय की गुहार लगाते हुए गोतस्करों और चौकी इंचार्ज के खिलाफ कार्रवाई किये जाने की अपील किये। वहीं चौबेपुर थाना अन्तर्गत पिपरी निवासिनी आशा देवी ने दंबगों द्वारा बंजर जमीन कब्जा किये जाने की शिकायत की। चिरईगाव निवासी रमेश मौर्य ने अपने घर तक बिजली व्यवस्था नहीं होने की शिकायत किये। जंसा थाना अन्तर्गत सिहोरवा निवासी भोलानाथ राजभर ने सिहोरवा स्थित पुराने व्यायाशाला को शासन द्वारा पुनर्निर्माण कराये जाने की माग किए। मड़ियाहूं जौनपुर निवासी गोवर्धन ने जितापुर गाव में राजा सुहेलदेव की प्रतिमा लगाये जाने के लिए शासन से आर्थिक सहयोग की माग की।