वाराणसी में चोरी का टैंकर दर्ज कराने वालों पर होगा मुकदमा, डीटीसी ने एआरटीओ को दिया निर्देश
वाराणसी में चोरी के टैंकर और ट्रक दर्ज कराने की कोशिश करने वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज होगा। टाटा कंपनी ने इंजन और चेसिस नंबर को गलत बताया है जिसके बाद यह कार्रवाई होगी।
वाराणसी, जेएनएन। चोरी के टैंकर और ट्रक दर्ज कराने की कोशिश करने वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज होगा। उप परिवहन आयुक्त (डीटीसी) ने सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी को पकड़े गए टैंकर और दर्ज कराने वाले गिरोह के सदस्यों के खिलाफ बड़ागांव थाने में मुकदमा दर्ज कराने को कहा है। परिवहन विभाग की ओर से कराए गए सत्यापन में टाटा कंपनी ने टैंकर के चेचिस और इंजन नंबर अपने यहां से जारी नहीं होने की बात कही है। वहीं, अरुणाचल प्रदेश के संबंधित जिले के एआरटीओ ने कार्यालय से एनओसी जारी होने की बात कही है लेकिन मूल फाइल नहीं मिल रही है। दैनिक जागरण ने तीन जुलाई के अंक में चोरी की गाडिय़ां दर्ज कराने वाला गिरोह फिर सक्रिय शीर्षक से खबर प्रमुखता से प्रकाशित किया था।
पुलिस को बुलाने पर फरार हो गया पंजीयन कराने वाला गिरोह
चोरी के वाहनों का परिवहन कार्यालय में पंजीयन कराने वाले गिरोह के सदस्य अरुणाचल प्रदेश के एक जिले से एनओसी लेकर आए थे। वे बिना टैंकर और ट्रक लगाए परिवहन कार्यालय में वाहनों को दर्ज कराना चाहते थे। एआरटीओ ने उन्हेंं सभी टैंकर और ट्रक लाने की बात कही तो वे इधर-उधर की बात करने लगे। वे कार्यालय में बिना टैंकर और ट्रक लाए दर्ज कराने का दबाव बनाने लगे। दबाव पर शक होने पर एआरटीओ ने एक टैंकर मंगाकर जांच करने को कहा। वहीं पुलिस को बुलाने पर दर्ज कराने वाले लोग व चालक फरार हो गए। उप निरीक्षक अनिल सिंह ने टैंकर को बड़ागांव थाने में खड़ा करा दिया।
मार्च में बनारस के लिए एनओसी जारी, फाइल की हो रही तलाश
एआरटीओ एके राय ने बताया कि टाटा कंपनी ने टैंकर पर दर्ज चेचिस और इंजन नंबर के चेचिस जारी नहीं होने की बात कही। वहीं अरुणाचल प्रदेश के संबंधित एआरटीओ ने पत्र लिखकर बताया कि आठ फरवरी को टैंकर कार्यालय में पंजीकृत हुआ है तथा चार मार्च को बनारस के लिए एनओसी जारी है। मूल पत्रावली नहीं मिल रही है। फाइल की तलाश की जा रही है।