वाराणसी में इस बार बरसात में भी होगी निर्बाध बिजली आपूर्ति, लटकती पेड़ की डालियां और जर्जर तारों को किया जाएगा दुरुस्त
बरसात के दिनों में आंधी चलती है तो बिजली तारों को छू रही पेड़ की डालियां टूटकर बिजली के तारों और खम्बे पर गिर जाती हैं। जिस कारण आपूर्ति में बाधित हो जाती है।इसको देखते हुए बिजली विभाग ने इस बार डेढ़ महीने पहले ही काम शुरू करा दिया है।
वाराणसी, जेएनएन। बरसात के मौसम में बिजली उपभोक्ताओं को निर्बाध आपूर्ति देने के लिए बिजली विभाग अभी से तैयारी में जुट गया है। प्राइम वन कंपनी के संविदा लाइनमैन इन दिनों अपने-अपने क्षेत्रों में विद्युत तारों को छू रही पेड़ की डालियों के कटाई-छंटाई में लगे हैं। जिससे कि बरसात के मौसम में तारों के टूटने की समस्या ना आने पाए और उपभोक्ताओं को निर्बाध बिजली आपूर्ति दी जा सके। बिजली विभाग के सूत्रों की मानें तो बारिश के मौसम में ज्यादातर लोकल फाल्ट पेड़ की डालियों के कारण ही होता है।
बरसात के दिनों में जब आंधी चलती है तो बिजली तारों को छू रही पेड़ की डालियां टूटकर बिजली के तारों और खम्बे पर गिर जाती हैं। जिस कारण आपूर्ति में बाधित हो जाती है। इससे उपभोक्ताओं को कई-कई घण्टे बिना बिजली के रहना पड़ता है। इसको देखते हुए बिजली विभाग ने इस बार डेढ़ महीने पहले ही काम शुरू करा दिया है। इसके लिए सभी एसडीओ और जेई को अपने-अपने क्षेत्र में जर्जर तार और उस पर लटकती पेड़ की डालियों का सर्वे कराने के लिए निर्देश दिया गया है। सम्बंधित अधिकारी इसकी रिपोर्ट एक सप्ताह में अपने अधिशासी अभियंता को देंगे। अधिकारियों के सर्वे रिपोर्ट के आधार पर ही प्राइम वन कंपनी के कर्मचारी चिन्हित जगह से आपूर्ति में बाधा डालने वाले कारकों को हटाएंगे। इसके साथ ही जहां जर्जर तार है वहां के तार भी बदले जाएंगे। वहीं लटकते तारों को भी टाइट किया जाएगा। अधीक्षण अभियंता प्रथम आरएस प्रसाद और द्वितीय दीपक अग्रवाल ने बताया कि सभी अधिशासी अभियंताओं को प्राथमिकता से इस कार्य को कराने के लिए निर्देश दिया गया है।
दोनों सर्किल के अधीक्षण अभियंताओं को निर्देशित किया गया
उपभोक्ताओं को बरसात के मौसम में बेहतर सेवा मिले इसलिए हम अभी से तैयारी में जुट गए हैं। दोनों सर्किल के अधीक्षण अभियंताओं को निर्देशित किया गया है कि बरसात से पहले क्षेत्र में लटकती पेड़ की डालियां और जर्जर तारों को दुरुस्त करा लें।
- मनोज कुमार अग्रवाल, मुख्य अभियंता, पिविविनिली