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पूर्वांचल के 14 जिलों के लिए आज बनारस पहुंचेगी कोरोना वैक्सीन की तीसरी खेप, 10 फीसदी वैक्सीन हुई बर्बाद

पूर्वांचल के 14 जिलों के लिए कोरोना वैक्सीन की तीसरी खेप मंगलवार नौ फरवरी को डिविजनल वेयर हाउस पहुंचेगी। वैक्सीन लेने के लिए अपर निदेशक कार्यालय (चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण-वाराणसी मंडल) की ओर से सोमवार को वाहन लखनऊ भेज दिया गया।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Published: Tue, 09 Feb 2021 05:40 AM (IST)Updated: Tue, 09 Feb 2021 05:40 AM (IST)
पूर्वांचल के 14 जिलों के लिए आज बनारस पहुंचेगी कोरोना वैक्सीन की तीसरी खेप, 10 फीसदी वैक्सीन हुई बर्बाद
पूर्वांचल के 14 जिलों के लिए कोरोना वैक्सीन की तीसरी खेप मंगलवार, नौ फरवरी को डिविजनल वेयर हाउस पहुंचेगी।

वाराणसी, जेएनएन। पूर्वांचल के 14 जिलों के लिए कोरोना वैक्सीन की तीसरी खेप मंगलवार, नौ फरवरी को डिविजनल वेयर हाउस पहुंचेगी। वैक्सीन लेने के लिए अपर निदेशक कार्यालय (चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण-वाराणसी मंडल) की ओर से सोमवार को वाहन लखनऊ भेज दिया गया। वाहन के साथ मेडिकल टीम देर रात लखनऊ पहुंच गई। इस बार कोविशील्ड के साथ कोवैक्सीन की भी खेप बनारस आएगी। डिविजनल वेयर हाउस आने के बाद वैक्सीन सभी जिलों को उनकी जरूरत के मुताबिक वितरित की जाएगी। बनारस को पहली खेप में कोविशील्ड की 20980 डोज वैक्सीन मिली थी। वहीं दूसरी खेप में 16,500 डोज वैक्सीन मिली। यानी अब तक कोविशील्ड की 37480 डोज वैक्सीन मिल चुकी। अब तक 12 हजार डोज लगाई जा चुकी है, वहीं दूसरी डोज के लिए ही इतनी ही वैक्सीन सुरक्षित रखी गई है। 10 फीसदी वैक्सीन बर्बाद हुई। अभी करीब 10 हजार से अधिक डोज वैक्सीन शेष बची है।

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जब भी जिसकी बारी आए, टीका जरूर लगवाए : डा. शशिकांत उपाध्याय

कोविड-19 के प्रति जागरूकता बढ़ाने में मीडिया की अहम भूमिका रही है। बीमारी से बचाव व नियंत्रण दोनों में सहयोग मिला। सकारात्मक रिपोर्टिंग का नतीजा रहा कि हम कोरोना के खिलाफ लड़ाई जीतने की ओर अग्रसर हैं। कोरोना के खिलाफ टीका आ चुका है, लेकिन अभी लंबे समय तक लोगों को कोविड-19 नियमों का पालन करने की जरूरत है। वहीं जब भी जिसकी बारी आए, वह निर्धारित केंद्र पर पहुंचकर टीका जरूर लगवाए। ये बातें अपर निदेशक (चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण) डा. शशिकांत उपाध्याय ने सोमवार को कही। वह चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की ओर से बिल एंड मिङ्क्षलडा गेट्स फाउंडेशन (बीएमजीएफ) की सहयोगी संस्था सेंटर फार एडवोकेसी एंड रिसर्च (सीफार) के सहयोग से आयोजित स्वास्थ्य संचार सुदृढ़ीकरण कार्यशाला को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे।

डा. उपाध्याय ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की योजनाओं की जानकारी जन-जन तक पहुंचाने में संचार तंत्र की मजबूती सबसे जरूरी है, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग योजनाओं का लाभ उठा सकें। सीएमओ डा. वीबी ङ्क्षसह ने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में देश के वैज्ञानिकों व मेडिकल एक्सपर्ट ने रात-दिन अथक प्रयास कर कोरोना का ऐसा टीका विकसित किया है जो भारतीय परिवेश के अनुकूल होने के साथ ही पूरी तरह सुरक्षित एवं प्रभावी है। कोविड का टीका पूरे मानकों का पालन करते हुए तैयार किया गया है और परीक्षण में खरा उतरने के बाद ही इसे लोगों को लगाया जा रहा है, इसलिए इसको लेकर किसी को कोई भ्रम नहीं होना चाहिए, क्योंकि इस टीके को सबसे पहले स्वास्थ्यकर्मियों को ही लगाया जा रहा है। जिले में पहले चरण के तहत अब तक 11,327 स्वास्थ्यकर्मियों व दूसरे चरण में 716 फ्रंटलाइन वर्कर्स का टीकाकरण हो चुका है। जिन भी स्वास्थ्यकर्मियों को टीका लगवाने का मैसेज मिला और वे किसी कारणवश टीका नहीं लगवा सके, उनसे अपील है कि 15 फरवरी को निर्धारित केंद्र पर पहुंचकर टीका जरूर लगवाएं। बताया कि तीसरे चरण में 50 वर्ष से अधिक उम्र के व्यक्तियों व 50 साल से कम उम्र के गंभीर मरीजों का टीकाकरण किया जाएगा। टीकाकरण के पहले टीके के लगभग 42 दिन बाद कोरोना से लडऩे की प्रतिरोधक क्षमता बनती है, इसलिए बार-बार कहा जा रहा है कि 'दवाई भी-कड़ाई भी यानी अभी मास्क लगाना और एक-दूसरे से दो गज की दूरी का पालन करना सभी के लिए जरूरी होगा। आइएमएस-बीएचयू के कोविड नोडल अधिकारी प्रो. केके गुप्ता ने कहा कि किसी भी नई वैक्सीन अथवा इलाज की शुरुआत में लोग हिचकते हैं। सोचते हैं कुछ लोगों को लगने के बाद ही वे आगे आएंगे। इस दौरान सीफार संस्था की नेशनल प्रोजेक्ट लीड रंजना द्विवेदी, एसीएमओ डा. एके मौर्य, जिला क्षय रोग अधिकारी डा. आरके ङ्क्षसह आदि ने विचार व्यक्त किए।

संचालन जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी राजेश कुमार शर्मा व धन्यवाद ज्ञापन दीनदयाल उपाध्याय राजकीय चिकित्सालय के प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डा.वी. शुक्ला ने किया। इस अवसर पर मंडलीय अस्पताल के एसआइसी डा. प्रसन्न कुमार, जिला महिला अस्पताल की प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डा. लिली श्रीवास्तव, लाल बहादुर शास्त्री चिकित्सालय के सीएमएस डा. एके उपाध्याय, एसीएमओ डा. पीपी गुप्ता, डा. एके गुप्ता, डा. एनपी सिंह, डा. संजय राय, जिला कुष्ठ अधिकारी डा. राहुल सिंह, डिप्टी सीएमओ डा. सुरेश सिंह, डा. पीयूष राय आदि थे।


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