प्रधानमंत्री की छोड़ी आस, नए की तलाश
वाराणसी : संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में बतौर मुख्य अतिथि प्रधानमंत्री नर
वाराणसी : संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में बतौर मुख्य अतिथि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आने की संभावनाएं क्षीण हो गई है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने भी दीक्षांत समारोह में प्रधानमंत्री के आने की आस छोड़ दी है। विवि प्रशासन अब नए अतिथि की तलाश में जुट गया है।
विश्वविद्यालय का 35वां दीक्षांत समारोह 27 अक्टूबर को होना था। कुलपति प्रो. यदुनाथ दुबे ने बतौर मुख्य अतिथि समारोह में शामिल होने के लिए प्रधानमंत्री को पत्र लिखा था। कुलपति को प्रधानमंत्री के आने का संकेत भी मिल रहा था। इस बीच निकाय चुनाव घोषित होने व आचार संहिता लागू होने से प्रधानमंत्री के आने की संभावनाएं लगभग समाप्त हो गई हैं। मुख्य अतिथि तय न होने के कारण दीक्षांत समारोह में देरी हो रही है। कर्मचारियों के आंदोलन के चलते विवि प्रशासन एक बार दीक्षांत समारोह स्थगित कर चुका है। इस पर कुलाधिपति अप्रसन्नता भी जता चुके हैं। उन्होंने जल्द से जल्द मुख्य अतिथि का नाम फाइनल करने का निर्देश दिया है ताकि दीक्षांत समारोह की नई तिथि घोषित की जा सके। इसी क्रम में आंदोलन खत्म होने के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन नए सिरे से दीक्षांत समारोह की तैयारी में जुट गया है ताकि मुख्य अतिथि का नाम जल्द से जल्द राजभवन भेजा जा सके।
प्रतीकात्मक धरना
जारी रखने की चेतावनी :
उधर कर्मचारी संघ ने सातवें वेतन आयोग के अनुरूप वेतन व एरियर मिलने तक प्रतीकात्मक रूप से धरना जारी रखने का निर्णय लिया है। इस संबंध में संघ के अध्यक्ष सुशील कुमार तिवारी ने मंगलवार को कुलपति को एक पत्रक भी दिया है।