नदियों का घटता रुख भी दे रहा दुश्वारी, संक्रामक रोगों को ठहरा पानी दे रहा दावत
पूर्वांचल में नदियों का घट रहा रुख भी कटान कर रहा है। जबकि बारिश होने की वजह से तटवर्ती इलाकों में लोग एक बार दोबारा नदी में पानी बढ़ने को लेकर सशंकित हैं। जबकि तटवर्ती निचले इलाकों में ठहरा पानी सड़ने के बाद संक्रामक रोगों की वजह बन रहा है।
वाराणसी, जेएनएन। पूर्वांचल में नदियों का घट रहा रुख भी कटान कर रहा है। जबकि बारिश होने की वजह से तटवर्ती इलाकों में लोग एक बार दोबारा नदी में पानी बढ़ने को लेकर सशंकित हैं। जबकि तटवर्ती निचले इलाकों में ठहरा पानी सड़ने के बाद संक्रामक रोगों की वजह बन रहा है। हालांकि, केंद्रीय जल आयोग के अधिकारियों के अनुसार आने वाले दिनों में नदियों का रुख घटाव की ओर होगा।
रविवार की सुबह केंद्रीय जल आयोग की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार बलिया जिले के तुर्तीपार में सरयू नदी का जलस्तर चेतावनी बिंदु 63.01 मीटर से ऊपर 63.7 मीटर पर दर्ज किया गया। वहीं चेतावनी बिंदु से ऊपर बह रही सरयू नदी का जलस्तर जल आयोग की ओर से जारी रिपोर्ट में बढ़ाव का बताया गया है, जबकि बलिया से पीछे भी नदी का रुख बढ़ाव की ओर है, ऐसे में आने वाले 24-48 घंटों तक नदी का रुख बढ़ाव की ओर होने की उम्मीद है। जबकि पूर्वांचल में बारिश होने की वजह से अन्य नदियों और बांधों में जलस्तर या तो स्थिर है या तो बढ़ाव की ओर बना हुआ है।
रविवार की दोपहर केंद्रीय जल आयोग की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार मीरजापुर, वाराणसी, गाजीपुर आैर बलिया जिले में गंगा नदी का जलस्तर स्थिर है। जौनपुर में गोमती नदी का जलस्तर स्थिर है तो सोनभद्र में जहां रिहंद बांध का जलस्तर स्थिर है तो दूसरी ओर सोन नदी और बाण सागर बांध का जलस्तर घट रहा है। वहीं बलिया के तुर्तीपार में सरयू नदी का जलस्तर स्थिर हो गया है हालांकि यह अब भी चेतावनी बिंदु के ऊपर है और इसका रुख आगे घटाव की ओर होने की उम्मीद जताई गई है।