बूंदाबांदी से नम रही हवा, तापमान लुढ़का
जागरण संवाददाता वाराणसी शुक्रवार की आधी रात फिर शनिवार की भोर आई तेज धूल भरी आंधी और फिर रिमझिम फुहारों ने मौसम को एकाएक बदल दिया। इसके प्रभाव से शनिवार को दिन में तापमान ढाई डिग्री सेल्सियस तक लुढ़क गया और हवा लगभग 15-16 किमी प्रति घंटा के वेग से चली उतरहिया हवा भी नमी लिए रही।
जागरण संवाददाता, वाराणसी : शुक्रवार की आधी रात, फिर शनिवार की भोर आई तेज धूल भरी आंधी और फिर रिमझिम फुहारों ने मौसम को एकाएक बदल दिया। इसके प्रभाव से शनिवार को दिन में तापमान ढाई डिग्री सेल्सियस तक लुढ़क गया और हवा लगभग 15-16 किमी प्रति घंटा के वेग से चली उतरहिया हवा भी नमी लिए रही। इसके चलते लोगों को पिछले दो-तीन दिन से पड़ रही प्रचंड गर्मी से राहत मिली। मौसम विज्ञानियों का अनुमान है कि रविवार व सोमवार को भी मौसम ऐसा ही बना रह सकता है। खास कर ग्रामीण क्षेत्रों में बूंदा-बांदी हो सकती है। आसमान में बादलों की आवाजाही लगी रहने से शनिवार को अधिकतम तापमान 39 डिग्री सेल्सियस पर आ गया तो न्यूनतम तापमान 23.9 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया।
वरिष्ठ मौसम विज्ञानी प्रो. एसएन पांडेय बताते हैं कि गुरुवार को तीव्र धूप और गर्मी के कारण स्थानीय स्तर पर हुए वाष्पीकरण के चलते यह बारिश हुई है, इससे तापमान में गिरावट आई है। रविवार को भी कहीं-कहीं रात में या भोर में बूंदाबांदी हो सकती है। इसके बाद फिर तापमान बढ़ने पर इस तरह का मौसम बन सकता है।
बीएचयू के मौसम विज्ञानी प्रो. मनोज कुमार श्रीवास्तव बताते हैं कि बारिश के लिए तेज धूप, गर्मी और आर्द्रता का होना भी जरूरी है। शुक्रवार की रात व शनिवार की भोर में हुई बूंदाबांदी से शनिवार को आर्द्रता भी बढ़कर अधिकतम 59 फीसद व न्यूनतम 35 फीसद के स्तर पर जा पहुंची। समय से मानसून के आने की संभावना
प्रो. पांडेय बताते हैं कि मौसम के संकेत बताते हैं कि इस बार मानसून भी समय से ही आएगा। इसके दो-तीन दिन में केरल तट पर पहुंच जाने की संभावना है। 10 जून तक यह कोलकाता और मुंबई पहुंचेगा। गति अच्छी बनी रही तो पूर्वी उत्तर में 15 से 20 जून के बीच इसका आगमन हो सकता है। इस बीच जून के प्रथम सप्ताह के अंत तक प्री-मानसूनी वर्षा भी होना शुरू हो सकती है।
तेज गर्मी की वजह से