काशी से इंदौर व कोलकाता को जोड़ेगी तेजस, इंदौर तक सेमी हाई स्पीड से सफर की तैयारी पूरी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र काशी को देश के महानगरों से तेजस जोड़ेगी। सेमी हाई स्पीड की इस ट्रेन के परिचालन से यहां के पर्यटन उद्योग को बढ़ावा मिलेगा।
वाराणसी [विनोद पांडेय]। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र काशी को देश के महानगरों से तेजस जोड़ेगा। सेमी हाई स्पीड की इस ट्रेन के परिचालन से यहां के पर्यटन उद्योग को बढ़ावा मिलेगा। वर्तमान में प्रतिदिन करीब सवा लाख यात्री बनारस आते व जाते हैं जिसे बढ़ाकर दो लाख करने का लक्ष्य रखा गया है। इसमें तेजस ट्रेन की भूमिका अहम होगी।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को संसद में पेश किए गए बजट में 150 ट्रेनों को पब्लिक प्राइवेट पाटर्नरशिप (पीपीपी) के तहत चलाने का ऐलान किया है। यह घोषणा भी की है कि कई पर्यटक स्थलों को जोडऩे के लिए आने वाले दिनों में बड़े पैमाने पर तेजस एक्सप्रेस ट्रेनें चलाई जाएंगी। फिलहाल, देश में दो तेजस एक्सप्रेस ट्रेनें चलाई जा रही हैं। इन दोनों ट्रेनों को चलाए जाने से रेलवे को जो परिणाम मिला है उससे वह काफी उत्साहित है। इसी वजह से वो इन ट्रेनों की संख्या को बढ़ाने पर काम कर रहा है। काशी से महानगरों को जोडऩे की तैयारी में फिलहाल इंदौर तक सेमी हाई स्पीड ट्रेन संचालित करने की तैयारी पूरी हो चुकी है। इस ट्रेन को काशी-महाकाल एक्सप्रेस के नाम से जाना जाएगा। 16 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बनारस आ रहे हैं। इस दौरान इस ट्रेन को हरी झंडी दिखाई जा सकती है। हालांकि 21 फरवरी से नियमित तौर संचालन की व्यवस्था की गई है। वहीं काशी से कोलकता तक एक और सेमी हाई स्पीड ट्रेन के संचालक का ब्लू प्रिंट तैयार किया गया है। इसकी भी घोषणा अविलंब की जाएगी। इसके अलावा कई नई ट्रेनों के संचालन पर भी मंथन हो रहा है ताकि महानगरों तक जाने वाली ट्रेनों का दबाव कम हो, दूसरे स्पीड अधिक होने से यात्रियों को कम समय में अधिक दूरी तक करना आसान हो जाएगा।
घर तक सामान पहुंचाएगा रेलवे
तेजस एक्सप्रेस में यात्रियों के लिए वाई-फाई, सीसीटीवी कैमरा, कॉफी मशीन, एलसीडी स्क्रीन जैसी सुविधाएं मौजूद होंगी। फिलहाल, भारतीय रेलवे देश की पहली प्राइवेट ट्रेन नई दिल्ली से लखनऊ के बीच चल रही है। अकेली महिला हैं या बुजुर्ग और टिकट कन्फर्म है तो रेलवे आपका सामान आपके घर से लेगा, फिर उसे आपकी सीट तक पहुंचा देगा। इसी तरह आपको जहां जाना है वहां ट्रेन के पहुंचने पर स्टेशन से आपका सामान आपके घर तक पहुंचाने की जिम्मेदारी भी रेलवे की ही होगी। ये सुविधा बहुत ही मामूली शुल्क में मिल जाएगी।