स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद की कांग्रेस नेताओं को दो टूक
वाराणसी में कांग्रेस की पंचक्रोशी यात्रा को रवाना करने आए प्रदेश अध्यक्ष राज बब्बर व वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी ने स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद से मुलाकात की।
वाराणसी : कांग्रेस की पंचक्रोशी यात्रा को रवाना करने आए प्रदेश अध्यक्ष राज बब्बर व वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी शाम को शंकराचार्य के शिष्य प्रतिनिधि स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद से मिलने पहुंचे। मंदिर बचाओ आंदोलनम के तहत पदयात्रा के मीरघाट पड़ाव स्थल पर मुलाकात में अविमुक्तेश्वरानंद ने राजनेताओं से निराशा जताई। कहा कि हम लोगों ने वेद मंत्रों से अभिषिक्त राजा को छोड़कर लोकतंत्र को चुना लेकिन आप सब अपनी कुर्सी बचाने मे लगे हैं तो आप सब अपने में ही रहें। हम सबको अपने हाल पर छोड़ दें। सभी राजनेताओं को निशाने पर लेते हुए कहा कि आप सबने जनता के हृदय से जुडे़ मुद्दों को छोड़ दिया है इसलिए हम आप सबसे निराश हैं। अपने को ¨हदू कह कर आए नरेंद्र मोदी व योगी आदित्यनाथ जब मंदिरों पर हथौड़ा चलवा रहे हैं तो आप से क्या उम्मीद की जाए लेकिन यह साफ समझ लीजिये कि सौ करोड़ ¨हदुओं के देश में मुस्लिम तुष्टीकरण से आप देश न चला सकेंगे। हालांकि नेताद्वय ने काशी और उसके मूल स्वरूप की रक्षा के लिए हर स्तर पर साथ खड़े होने का भरोसा दिया।
इससे पहले नैत्यिक सभा में स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि पार्टिया सत्ता पाने और बनो रखने में इतनी तल्लीन हो गई हैं कि उनके पास जनता का दुख दर्द सुनने समझने का समय ही नही रहा। काशी में हजारों वर्षो से पूजित मंदिर टूट रहे थे तब किसी भी पार्टी का कोई भी नेता नहीं खड़ा हुआ। ऐसे में समय आ गया है कि अपने सरोकारों की रक्षा के लिए जनता के स्वयं खड़े होने का समय आ गया है। ब्रह्मचारी ज्योतिर्मयानंद, पद्माकर पांडेय, डा. लता पांडेय, आर्य शेखर, अमित पांडेय, चेतन शर्मा वैदिक, डा. वीएन मिश्र आदि ने विचार व्यक्त किए। आज निकलेंगे पदयात्रा पर
मंदिर बचाओ आदोलनम् के तहत यात्रा के 11वें दिन स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद पंचक्रोशी यात्रा पर निकलेंगे। वे सुबह पांच ज्ञानवापी में संकल्प लेकर भक्तों के साथ तीन दिन पैदल यात्रा करेंगे। शुक्रवार तक दस दिनों में उन्होंने काशी खंडोक्त लगभग 900 मंदिरों का दर्शन पूजन किया।