स्टीकर लगा सेब खाते हैं तो हो जाएं सावधान, वरना हो सकती है बांझपन की समस्या
स्टीकर लगा सेब या अन्य फल आपके जीवन के लिये कितना खतरनाक है।यह स्टीकर किसी को पिता बनने से तो किसी को मां बनने से रोक सकता है।
सोनभद्र, जेएनएन। बाजार में चमक दमक वाले ऐसे सेब जिन पर किसी कंपनी के नाम का या फिर टेस्टेड का स्टीकर लगा होता है। उसे आप बड़े ही चाव से खरीदते हैं। इतना ही नहीं पूर्णतया प्रमाणित मानकर आप उसका सेवन भी बड़े ही धड़ल्ले से करते हैं। ...लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह स्टीकर लगा सेब या अन्य फल आपके जीवन के लिये कितना खतरनाक है।यह स्टीकर किसी को पिता बनने से तो किसी को मां बनने से रोक सकता है।स्टीकर में उपयोग की जाने वाली स्याही और गोंद में इस तरीके का केमिकल मिला है जो प्रजनन क्षमता को कम कर देता है। इससे बांझपन की भी समस्या हो सकती है। ताजा रिपोर्ट के बाद खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने स्टीकर लगे सेब या अन्य फल सब्जियों की बिक्री एवं उपयोग पर रोक लगा दी है। सोनभद्र में इसके लिए जागरूकता अभियान भी शनिवार से शुरू कर दिया गया। आइए जानते हैं क्या है पूरा मामला।
मानव जीवन के लिए कितना खतरनाक - खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन के जिला अभिहित अधिकारी मानिक चंद बताते हैं कि पिछले दिनों हुई जांच में पता चला है कि उत्तर प्रदेश में करीब 15 फीसद बांझपन की समस्या स्टीकर लगे सेब या अन्य फलों को खाने से हुई है। ऐसे में खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने मानव जीवन को सुरक्षित बनाने के लिए स्टीकर लगे सेव व अन्य फलों, सब्जियों की बिक्री पर रोक लगा दी है। मानिक चंद ने बताया कि सोनभद्र जिले में शनिवार से इसके लिए जागरूकता अभियान शुरू कर दिया गया। आमजन से अपील की जा रही है कि किसी भी तरह के स्टीकर लगे फल या सब्जी ना खरीदें। अगर खरीदें भी तो घर ले जाकर पहले उसे साफ पानी में धोएं। फिर स्टीकर वाले स्थान पर चाकू से काट कर अलग कर दें। इसके बाद ही उसका सेवन करें। इतना ही नहीं दुकानदारों से भी अपील की गई है कि वह इस तरीके से स्टीकर ना लगाएं।
क्या करें उपभोक्ता - जिला अभिहित अधिकारी के मुताबिक अगर दुकान पर फल और सब्जी लेने जाएं तो कोशिश करें कि बगैर स्टीकर वाले फल ही खरीदें। क्योंकि फलों पर या सब्जियों पर चिपकाए गए स्टीकर उसकी गुणवत्ता को प्रमाणित नहीं करते। साथ ही उसके सेवन से पहले वे सावधानी बरतें। अच्छी तरह से धोकर स्टीकर वाले स्थान को चाकू से काट कर अलग कर दें। जिससे कि हानिकारक पदार्थ खाने के साथ शरीर में न जाने पाए।
बेचने वालों के खिलाफ होगी कार्रवाई - स्टीकर लगे फल या सब्जी बेचने बेचने वालों से खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन के लोगों ने अपील किया है कि वे भी इस तरीके के हानिकारक तत्व वाले स्टीकर न लगाएं । अगर लगाएं भी तो यह सुनिश्चित कर लें कि इस में प्रयोग की गई स्याही या गोद स्वास्थ्य के लिए किसी भी तरह से हानिकारक नहीं है। मानव जीवन के लिए हानिकारक पदार्थ लगे सामान बेचने वालों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही भी की जा सकती है। कहा है कि अगर स्टीकर लगाना ही है तो कंटेनर लगा कर उसके ऊपर स्टीकर लगाएं जिसका असर फल या सब्जी पर न पड़े।