Chandauli में मिट्टी की खोदाई के दौरान मिली शिव-पार्वती की मूर्ति, घर ला कर की पूजा
चंदौली के बलुआ क्षेत्र में एक किसान अपनी खेत में सोमवार को ट्रैक्टर से खोदाई कर खेत को समतल करा रहे थे तभी खेत में शिव पार्वती गणेश कार्तिकेय की एक मूर्ति मिली।
चंदौली, जेएनएन। बलुआ क्षेत्र के सराय रसूलपुर ( महादेवा) निवासी प्रकाश यादव ने अपनी खेत में सोमवार को ट्रैक्टर से खोदाई कर खेत को समतल करा रहे थे तभी खेत में शिव, पार्वती, गणेश, कार्तिकेय की एक मूर्ति मिली। मूर्ति मिलने की जैसे ही लोगों को जानकारी हुई तो देखने के लिए खेत पहुंच गए। खेत के मालिक प्रकाश यादव ने मूर्ति को अपने घर लाकर सपरिवार पूजा करने लगे।
क्षेत्रीय जनता का मानना है की पुरातत्व विभाग द्वारा क्षेत्र में खोदाई की जाए तो अनेक पौराणिक मूर्तियां एवं अवशेष मिल सकते हैं क्योंकि महाभारत काल में राजा विराट की नगरी थी। कई किलोमीटर के दायरे में स्थापित है। वहीं पर बाबा कौलेश्वर महादेव कि मंदिर भी है लेकिन पुरातत्व विभाग की उदासीनता के कारण आज तक उसमें खोदाई कर प्राचीन अवशेषों को प्राप्त नहीं कर सकी। आज वहीं पर जवाहर नवोदय विद्यालय की स्थापना हो चुकी है। इसके बावजूद यदि आसपास के क्षेत्रों में खोदाई की जाए तो अनेक प्रकार के प्राचीन अवशेष मिल सकते हैं। उसी जगह महाभारत काल के दौरान प्रचंड गर्मी होने पर जब गाय प्यास के मारे तड़पने लगी तो अर्जुन द्वारा मारे गए बाण से बाण गंगा की उत्पत्ति हुई। आज भी वहां पानी निरंतर निकलता है जो पशुओं को पीने के काम आता है। यह बाण गंगा के नाम से प्रसिद्ध है। वाण गंगा बैराठ से होते हुए दर्जनों गांवों सहित चहनिया से होकर गंगा में जाकर मिलती हैं। वहीं प्रकाश यादव ने कहा कि खेत से प्राप्त मूर्ति को घर के सामने बाणेश्वर महादेव मंदिर में स्थापित करायेंगे।