पंडालों में विराजे प्रथम पूज्य गणेश, प्राण प्रतिष्ठा संग वरद् वैनायिकी गणेशोत्सव
देवाधिदेव महादेव की नगरी काशी बुधवार को अपने आराध्य देव के लाल प्रथम पूज्य भगवान श्री गणेश के जन्मोत्सव की तैयारियों में मगन रही, गुरुवार सुबह से पूजन होगा।
वाराणसी [प्रमोद यादव] : देवाधिदेव महादेव की नगरी काशी बुधवार को अपने आराध्य देव के लाल प्रथम पूज्य भगवान गणेश के जन्मोत्सव की तैयारियों में मगन रही। प्रभु का जन्मोत्सव भाद्रपद शुक्ल चतुर्थी को मध्याह्न में माना जाता है। यह तिथि उदया में इस बार 13 सितंबर यानी गुरुवार को पड़ रही है। इस दिवस विशेष पर सनातनी घरों-मंदिरों में वैनायिकी वरद गणेश चतुर्थी मनाई जाएगी तो सड़कों- गलियों पर कुछ महाराष्ट्र जैसी छटा निखर आएगी। अलग-अलग संस्थाओं-समितियों की ओर से पर्व को पांच-सात-नौ या 11 दिवसीय मनाने की तैयारी है। इसमें विधि विधान से पूजन-अनुष्ठान तो होंगे ही शैक्षिक-वैचारिक व सांस्कृतिक प्रतियोगिताएं भी होंगी।
काशी में लालबाग के राजा
काशी मराठा गणेश उत्सव समिति द्वारा अग्रवाल भवन (आसभैरो) में पांच दिनी उत्सव के लिए लालबाग के राजा की प्रतिमूर्ति तीन दिन पहले बनारस आ गई। इसे मुंबई के कलाकारों ने 6.5 फीट में आकार दिया है। गुरुवार सुबह 8.30 बजे प्राण प्रतिष्ठा से शुभारंभ होगा। संरक्षक संतोष पाटिल व अध्यक्ष सुहास पाटिल ने बताया 16 को महाआरती में राज्यपाल रामनाइक, हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश डीवी भोसले, महाराष्ट्र के मंत्री देवेंद्र फणनवीस शामिल होंगे। विसर्जन शोभायात्रा 17 सितंबर को दोपहर दो बजे निकाली जाएगी।
सिद्धि विनायक की सजेगी झांकी
गढ़वासी टोला सिद्धि विनायक मंदिर में गणेशोत्सव का शुभारंभ सुबह छह बजे होगा। पांच दिनों में नित्य शृंगार, पूजन-अनुष्ठान व प्रतियोगिता होंगी। वेदाचार्य पं. राजेन्द्र सुरेलिया ने बताया कि पहले दिन सायंकाल सात बजे सांस्कृतिक आयोजन में महामंडलेश्वर सतुआ बाबा संतोषदास, महंत रामेश्वर पुरी, महापौर मृदुला जायसवाल समेत विशिष्टजन होंगे।
रामतारक आश्रम में गणेश नवरात्रि
मानसरोवर स्थित रामतारक आश्रम में 22 सितंबर तक नवरात्र महोत्सव मनाया जाएगा। नित्य सुबह नौ बजे गणेश पूजा, सहस्त्रनाम पूजा व मंत्र पुष्पम होगा। प्रबंध न्यासी वीवी सुंदर शास्त्रे ने बताया 22 की शाम विसर्जन शोभायात्रा निकलेगी।
शारदा भवन में 90वां उत्सव
अगस्त्यकुंडा स्थित शारदा भवन में 90वां गणेशोत्सव 13 से 19 सितंबर तक मनाया जाएगा। पहले दिन दोपहर में प्राण प्रतिष्ठा व शाम को 7.30 बजे कवि सम्मेलन होगा। नित्य संगीत सभा व अन्य आयोजन होंगे और 19 को शाम चार बजे विसर्जन शोभायात्रा निकाली जाएगी।
श्रीगणेशोत्सव सेवा समिति का 18वां आयोजन
श्रीगणेशोत्सव सेवा समिति दस दिनी उत्सव मनाएगी। इस वर्ष महाराष्ट्र के प्रमुख संत स्वामी रामदास रचित प्रसिद्ध आरती के आधार पर सीधी सूंड़ वाले गणपति की मूर्ति स्थापित की जा रही है। 23 को महानैवेद्य और महाआरती बाद शोभायात्रा निकाली जाएगी।
नाना फणनवीस बाड़ा में सात दिन
नूतन बालक गणेशोत्सव समाज सेवा मंडल की ओर से दुर्गाघाट स्थित नाना फणनवीस बाड़ा में 13 से 19 सितंबर तक उत्सव मनाया जाएगा।