लखनऊ में स्वाइन फ्लू का मरीज मिलने पर अलर्ट जारी, 10 बेड का वार्ड सुरक्षित
लखनऊ में स्वाइन फ्लू का मरीज मिलने के बाद प्रदेशभर में अलर्ट जारी करते हुए स्वास्थ्य विभाग ने जिला स्तर पर एक टास्क फोर्स गठित करने का निर्देश दिया है।
वाराणसी (जेएनएन) । लखनऊ में स्वाइन फ्लू (इंफ्लूएंजा ए एच-1 एन-1) का मरीज मिलने के बाद प्रदेशभर में अलर्ट जारी करते हुए स्वास्थ्य विभाग ने जिला स्तर पर चिकित्सकों की टास्क फोर्स गठित करने का निर्देश दिया है। टास्क फोर्स तब तक उस क्षेत्र में सक्रिय रहेगा जब तक स्वाइन फ्लू वायरस मौजूद रहेगा। टीम की मानीटङ्क्षरग स्वास्थ्य विभाग के महानिदेशक या उनके अधीन चिकित्सक करेंगे। कोई भी कमी मिलने पर उन्हें सुझाव देने के साथ लापरवाही बरतने पर कार्रवाई भी की जाएगी। जिले स्तर पर गठित टीम की मानीटङ्क्षरग जिलाधिकारी करेंगे। स्वाइन फ्लू वायरस फैलने पर किसी भी आपात स्थिति से निबटने के लिए जिला अस्पताल में 10 बिस्तर का वार्ड सुरक्षित रहेगा।
रैपिड रिस्पांस टीम करें तैयार
राज्य और जिले स्तर पर रैपिड रिस्पांस टीम में एक तकनीशियन, एपीडेमियोलाजिस्ट, पैथोलाजिस्ट, माइक्रोबायोलॉजिस्ट शामिल होंगे। अनुवांशिक रोगों की निगरानी के लिए वेटरिनरी चिकित्सक को भी टीम में लिया गया है।
बीमारियों की ऐसे करें पहचान
स्वाइन फ्लू को तीन श्रेणियों में बांटा गया है। पहली श्रेणी में सामान्य बुखार, खांसी, सोर थ्रोट और सिर दर्द होता है। दूसरी श्रेणी में मरीज अगर उच्च ज्वर और गले में गंभीर खांसी से पीडि़त है। तीसरी श्रेणी में मरीज को सांस लेने में तकलीफ, छाती में दर्द होने पर होता है।
स्वाइन फ्लू से बचने के उपाय
- छींकने व खांसने के दौरान चेहरे को ढकना चाहिए ताकि दूसरे लोग संक्रमित न हो सकें।
- लोगों से बात करते समय कम से कम एक हाथ की दूरी बनाए रखें ताकि थूक आदि के कण एक व्यक्ति से दूसरे तक न पहुंचे।
- लोगों से हाथ मिलाने के बाद और भोजन से पहले अच्छी तरह से हाथ धोएं।
- घनी आबादी वाले स्थानों पर जाने से बचें। इंफ्लूएंजा ए एच-1 एन-1 के प्रकोप की स्थिति में सार्वजनिक स्थानों पर जाने से बचें।