बनारस में खुला प्रदेश का पहला पोषण बैंक, 100 आंगनबाड़ी केंद्रों को मिले 50 तरह के खिलौने
वाराणसी सूबे का पहला और इकलौता जिला बन गया जहां पर महिला एवं बाल विकास विभाग के तत्वावधान में पोषण बैंक ने सात मार्च से कार्य करना शुरू कर दिया।
वाराणसी [कृष्ण बहादुर रावत]। वाराणसी सूबे का पहला और इकलौता जिला बन गया जहां पर महिला एवं बाल विकास विभाग के तत्वावधान में पोषण बैंक ने सात मार्च से कार्य करना शुरू कर दिया। आंगनबाड़ी केंद्रों पर स्थित इस बैंक में 50 तरह के खिलौने बच्चों को हर समय उपलब्ध रहेंगे।
मुख्य विकास अधिकारी मधुसूदन हुल्गी की पहल पर पोषण बैंक की शुरुआत हुई है। शनिवार सुबह विकास भवन परिसर में आंगनबाड़ी सहायिकाओं और कर्मचारियों को खिलौने के पैकेट देकर पोषण बैंक का औपचारिक शुभारंभ किया।
एक दिन में 70 हजार रुपये एकत्र हो गए
जिला कार्यक्रम अधिकारी इफ्तिखार खान ने बताया कि पहले चरण में जनपद के उन 100 आंगनबाड़ी केंद्रों को चुना है जहां पर कुपोषित बच्चों के होने की संभावना है। तीन से छह वर्ष तक के बच्चों का 50 तरह के खिलौनों के माध्यम से शारीरिक-मानसिकविकास कराया जाएगा, ताकि वे समाज की मुख्य धारा में समायोजित हो सकें।
उन्होंने बताया इन खिलौनों को खरीदने के लिए हम लोगों ने किसी से सहायता नहीं मांगी। विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों ने अपने पास से धन की व्यवस्था की। एक दिन में 70 हजार रुपये एकत्र हो गए। इन केंद्रों को पंचायती राज विभाग ने चित्रकारी और पेंटिंग से सजा दिया है। अगले चरण में 100 और केंद्रों का चयन किया जाएगा।