आर्ट आफ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रविशंकर ने विश्वनाथ कारीडोर का लिया जायजा
आध्यात्मिक धर्म गुरु श्रीश्री रविशंकर काशी हिंदू विश्वविद्यालय में युवाओं को प्रेरित करने के लिए स्वतंत्रता भवन में व्याख्यान देंगे।
वाराणसी, जेएनएन। आर्ट आफ लिविंग के संस्थापक व आध्यात्मिक धर्म गुरु श्रीश्री रविशंकर काशी हिंदू विश्वविद्यालय में युवाओं को प्रेरित करने के लिए स्वतंत्रता भवन में व्याख्यान देंगे। इसके लिए वह परिसर में ही बने आइआइटी गेस्ट हाउस में ठहरे हुए हैं। मंगलवार को देर शाम 5से7 बजे तक स्वतंत्रता भवन में युवाओं को व्याख्यान देंगे। परिसर में आध्यात्मिक धर्म गुरु के आगमन के बाद से ही हलचल रही और मिलने वाले लोगों का तांता दोपहर से ही लग गया। देर शाम वह शहर भ्रमण पर निकले तो काशी विश्वनाथ कारीडोर पर निर्माण कार्य को भी करीब से देखा और योजना की जानकारी अधिकारियों से ली।
शाम को वह आर्ट आफ लिविंग के सदस्यों के साथ गंगा नदी में लगभग तीन घंटों तक नौका विहार करेंगे और वह नौका से अस्सी घाट की ओर भी जाएंगे। श्रीश्री रविशंकर अपने काफिले संग शाम को काशी विश्वनाथ मंदिर दर्शन के लिए निकले, वहां दर्शन के बाद वह मीरघाट जाएंगे। इसके बाद बजड़े पर आर्ट आफ लिविंग के सदस्यों के साथ कई मुद्दों पर चर्चा भी करेंगे। वह नौका विहार के बाद अस्सी घाट जाएंगे, जहां से वापस बीएचयू के लिए निकलेंगे।सूत्रों के अनुसार वह अयोध्या में राम मंदिर मामले में मध्यस्थ की भी भूमिका निभा रहे हैं इसलिए संभावना है कि इस विषय पर कुछ लोगों से परिचर्चा भी कर सकते हैं।