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श्रीकाशी विश्वनाथ दरबार ने खोला कालिका गली प्रवेश द्वार, अन्नक्षेत्र से भेजे जाने लगे श्रद्धालु

श्रीकाशी विश्वनाथ दरबार में प्रवेश के लिए सोमवार को कालिका गली द्वार खोल दिया गया। मंदिर की ओर से चलाए जा रहे अन्नक्षेत्र के बीच रास्ता बनाते हुए इसे आकार दिया गया है।

By Abhishek SharmaEdited By: Published: Tue, 12 Mar 2019 11:38 AM (IST)Updated: Tue, 12 Mar 2019 11:38 AM (IST)
श्रीकाशी विश्वनाथ दरबार ने खोला कालिका गली प्रवेश द्वार, अन्नक्षेत्र से भेजे जाने लगे श्रद्धालु
श्रीकाशी विश्वनाथ दरबार ने खोला कालिका गली प्रवेश द्वार, अन्नक्षेत्र से भेजे जाने लगे श्रद्धालु

वाराणसी, जेएनएन। श्रीकाशी विश्वनाथ दरबार में प्रवेश के लिए सोमवार को कालिका गली द्वार खोल दिया गया। मंदिर की ओर से चलाए जा रहे अन्नक्षेत्र के बीच रास्ता बनाते हुए इसे आकार दिया गया है। सरस्वती फाटक यानी गेट नंबर दो के बजाय इस रास्ते ही श्रद्धालुओं को बाबा के दर्शनार्थ प्रवेश दिया जाने लगा। कालिका गली की ओर से प्रवेश द्वार की वर्षों पहले परिकल्पना करते हुए एकमुश्त सात भवनों की खरीद की गई थी। हाल के दिनों में इससे जुड़े अन्य भवन मिलते ही इसका मार्ग प्रशस्त हो गया। मंदिर में अभी अन्य कई द्वार खोलने की योजना है।

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इसमें गेट नंबर एक से चार के बीच बांसफाटक से सीधे एक द्वार का भी खाका तैयार किया गया है। इससे पहले मंदिर में सिर्फ चार द्वार थे। गेट नंबर एक ढूंढिराज, गेट नंबर दो सरस्वती फाटक, गेट नंबर तीन नीलकंठ और गेट नंबर चार छत्ता द्वार इसमें शामिल हैं। इनमें गेट नंबर तीन पहले सुरक्षाबलों के लिए आरक्षित था जो कई माह से सुगम दर्शन कराने के लिए उपयोग किया जा रहा है। कारिडोर निर्माण के लिहाज से सरस्वती फाटक व नीलकंठ के बीच मलबा भर जाने से सरस्वती फाटक से विदेशियों व सुगम दर्शन के लिए तय कर दिया गया। इससे श्रद्धालुओं को दिक्कत हो रही थी। ऐसे में कालिका गली की ओर खरीदे गए भवनों को ध्वस्त कर रास्ता खोल दिया गया। 


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