कोरियाई दल ने किया सारनाथ भ्रमण, धमेख स्तूप की परिक्रमा कर मांगी मंगलकामना
भारत व दक्षिण कोरिया को पर्यटन के अलावा अन्य आयामो में विकसित करने के उददेश्य से बुधवार को दक्षिण कोरियाई शिष्टमंडल ने सारनाथ का भ्रमण किया।
वाराणसी, जेएनएन। भारत व दक्षिण कोरिया को पर्यटन के अलावा अन्य आयामो में विकसित करने के उददेश्य से बुधवार को दक्षिण कोरियाई शिष्टमंडल ने सारनाथ का भ्रमण किया। भगवान बुद्ध की प्रथम उपदेश स्थली सारनाथ के पुरातात्विक स्थलों का अवलोकन करने के बाद धमेख स्तूप की परिक्रमा कर सुख समृद्धि की कामना की। दल सारनाथ का खुला पर्यावरण और साफ सफाई देख कर अत्यंत खुश नजर आया।
अयोध्या में कोरिया की महारानी क्वीन हो के स्मारक पर श्रद्धांजलि देने के बाद किम हे शहर की मेयर किम यंग हंग के नेतृत्व में 22 सदस्यीय दक्षिण कोरियाई दल सुबह 10:30 बजे सारनाथ संग्रहालय में रखे भारत का राष्ट्रीय चिन्ह शीर्ष सिंह, बौद्ध व जैन की मूर्तियों को देखा और इतिहास को समझा। इसके बाद पुरातात्विक खण्डहर परिसर में पुरावशेषों का अवलोकन कर धमेख स्तूप की परिक्रमा की। चौखंडी स्तूप के इतिहास को भी समझा। इस दौरान किम हा मिल ने बताया कि दोनों देशों के बीच अच्छे रिश्ते हों और दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक आदान प्रदान बढ़ना चाहिए। कोरियाई दल बौद्ध गया, राजगीर पटना होते हुए दिल्ली जाएगा। भ्रमण के दौरान किम मिग यांग, हिवो ओके सोन, हुग यांग जून सहित पर्यटन विभाग से सन्तोष सिंह, राजेश कुमार मौजूद थे।