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जल्द ही घर बैठे करेंगे गिट्टी व बालू की आनलाइन शापिंग, बड़े शहरों में होगा भंडारण

समूचे प्रदेश में अब जल्दी ही गिटटी और बालू की भी आनलाइन शापिंग की जा सकेगी, इस नई प्रक्रिया से खनिज संपदा में होने वाले खेल पर जल्‍द ही अंकुश लग सकेगा।

By Edited By: Published: Sun, 16 Dec 2018 07:01 AM (IST)Updated: Sun, 16 Dec 2018 11:15 AM (IST)
जल्द ही घर बैठे करेंगे गिट्टी व बालू की आनलाइन शापिंग, बड़े शहरों में होगा भंडारण
जल्द ही घर बैठे करेंगे गिट्टी व बालू की आनलाइन शापिंग, बड़े शहरों में होगा भंडारण

सोनभद्र, जेएनएन। अब आपको कपड़े, जूते आदि की तरह घर बैठे गिट्टी व बालू भी मिलेगी। बदलते समय में प्रदेश सरकार भी खूद को बदल रही है। सरकार जल्द ही गिट्टी व बालू की बिक्री आनलाइन शुरू करने वाली है। इस नई प्रक्रिया के चालू हो जाने से खनिज संपदा के रेट में होने वाले खेल पर प्रभावी अंकुश लगेगा, साथ ही जनता को सहूलियत भी मिलेगी। अवैध खनन व परिवहन को लेकर उत्तर प्रदेश में हर सरकार की किरकिरी होती रही है। प्रदेश में सत्ता बदलते ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सबसे पहले यही कहा था कि वह किसी भी सूरत में अवैध खनन को बर्दाश्त नहीं करेंगे। इसी क्रम में खदानों का आवंटन ई-टेंडरिंग के जरिए किया गया।

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जिसके एवज में प्रदेश सरकार को भारी राजस्व का मुनाफा हुआ। लेकिन इसमें एक चूक हो गई कि गिट्टी व बालू के दाम आसमान छूने लगे। जिसको लेकर प्रदेश सरकार की बहुत किरकिरी हुई। आनन-फानन में कुछ प्रयास किए गए लेकिन उससे बहुत राहत नहीं मिली। इन सब के बीच खदान मालिकों द्वारा समय-समय पर खनिज संपदा की कमी दिखाकर दाम को अधिक कर देते थे। ऐसी स्थिति से बचने के लिए प्रदेश सरकार ने यह तरीका अपनाने जा रही है। उत्तर प्रदेश की सत्ता में बैठने वाली हर सरकार के लिए खनन सबसे विवादित मुद्दा रहा है। इससे बचने के लिए योगी सरकार अनोखी पहल शुरू करने पर काम कर रही है। अगर सब कुछ ठीक रहा तो पूरे देश में उप्र पहला ऐसा राज्य होगा जहां पर आनलाइन गिट्टी व बालू उपलब्ध रहेगा। इसके लिए सभी जरूरी कार्य को अमलीजामा पहनाया जा रहा है।

सूत्रों के अनुसार सब कुछ ठीक रहा तो जल्द ही इस नियम को लागू कर दिया जाएगा। इसके लिए भूतत्व एवं खनिकर्म विभाग की वेबसाइट से बालू-मोरंग की आनलाइन बिक्री होगी। आमजन तक गिट्टी व बालू की सहज उपलब्धता के लिए प्रदेश सरकार प्रदेश के सभी बड़े-बड़े महानगरों व प्रमुख मंडियों में भंडारण का लाइसेंस आवंटित करेगा। इसके बाद भूतत्व एवं खनिकर्म विभाग की वेबसाइट पर इसकी सूचना दर्ज की जाएगी, वेबसाइड में ही गिट्टी व बालू के दाम भी अंकित रहेगा। निश्चित स्थान तक पहुंचाने का परिवहन भाड़ा भी अंकित रहेगा। कोई भी उपभोक्ता संबंधित वेबसाइड पर जाएगा, पास के भंडारण को कोट करेगा और जितना माल चाहिए उसका भुगतान करेगा अलगे दिन गिट्टी या बालू उसके घर पर रहेगा। इस नई प्रक्रिया के चालू होने से बीच में होने वाले सभी खेल खुद ब खुद समाप्त हो जाएंगे।

जल्द ही प्रदेश की जनता को देंगे नई सौगात : निश्चित ही कुछ नया करने पर काम चल रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के इरादे बिल्कुल स्पष्ट है, जिसके क्रम में आनलाइन व्यवस्था लागू करने के लिए काम चल रहा है। अभी यह प्रक्रिया प्राथमिक चरण में है, जल्द ही इसे पूरा किया जाएगा। इसके बाद सीएम से हरी झंडी मिलते ही इस नई व्यवस्था को पूरे प्रदेश में लागू कर दिया जाएगा। - अर्चना पांडेय, भू-तत्व व खनिकर्म राज्य मंत्री।

नए नियम से होगी सहूलियत : प्रदेश सरकार का जो आदेश होगा उसका शत-प्रतिशत पालन होगा। आनलाइन व्यवस्था से आमजन को फौरी तौर पर राहत होगी। निश्चित ही यह व्यवस्था मील का पत्थर साबित होगी।- केके राय, खान अधिकारी, सोनभद्र ।


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